KORBA : रात के अंधेरे में बच्चे खेल रहें थे तभी चटक रंग वाला दिखा सांप, वही करैत के काटने से बस्ती में दहशत, टीम ने किया रेस्क्यू

कोरबा,14 मार्च। कोरबा का जंगल जैव विविधता से भरा पड़ा हैं जिसको बचाने की जरूरत है पर जिस तरह लगातार जंगलों में आग लग रहे वह चिंता का विषय हैं जिसके करण हजारों लाखों छोटे बड़े पेड़ जल कर खाक हो रहें साथ ही हजारों जीव जन्तु भी इसकी भेट चढ़ रहें। यहीं कारण है पारिस्थितिक तन्त्र बिगड़ रहा हैं वहीं दूसरी ओर जमीन पर रेंगने वाली मौत अब फिर से पैर पसार रहे हैं और आए दिन ग्रामीण क्षेत्रों के साथ शहरी क्षेत्रों में सांप निकलने की जानकारी मिलते रहती हैं ऐसा ही फिर रामपुर बस्ती के राजीव विहार में उस समय अफरा तफरी मच गई जब बच्चें घर के आंगन में खेल ही रहे थे तभी चटक रंग वाला साप अहिराज घर की ओर घुसता हुआ दिखाई दिया। बच्चें डरे सहमे आस पास के लोगों को तुरन्त बताया और इसकी जानकारी प्रेस क्लब के कार्यकारणी सदस्य रमेश वर्मा को दिया गया जिसके फौरन बाद रमेश वर्मा ने स्नेक रेस्क्यू टीम प्रमुख वन विभाग सदस्य जितेन्द्र सारथी को दिया गया तब तक साप को देखते रहनी की बात कहीं गई थोड़ी देर बाद मौके पर जितेंद्र सारथी अपने टीम सदस्य देवाशीष रॉय, राजू बर्मन, सुभम, राकेश के साथ पहुंचे और बेहद जहरीले सांप Banded Krait (अहिराज) को सुरक्षित रेस्क्यू कर डिब्बे में बंद किया तब जाकर सभी ने राहत भरी सास ली वहीं दूसरी घटना रानी रोड धनवार पारा में रात के 12 बजे उस समय अफरा तफरी मच गई जब घर में ही सलीम खान के बेटे को करैत साप न काट लिया जिसके फ़ौरन बाद उसको जिला अस्पताल रवाना कर दिया गया फिर इसकी जानकारी बस्ती के लोगों ने जितेंद्र सारथी को दिया तब तक साप से दूर रहने की सलाह दी थोड़ी देर पश्चात जितेन्द्र सारथी अपने टीम के सदस्य राकेश के साथ घटना स्थल पहुंचे और साप को देख कर बताया कि यह common wolf (दण्ड करैत) हैं जो की बिना ज़हर वाला साप हैं करैत की प्रजाती होने की वजह से लोग इसको मार देते हैं साथ ही जानकारी के आभाव में लोग बहुत डर जाते हैं, यह सुन कर सभी ने राहत भरी सास ली फिर रेस्क्यू के फौरन बाद जितेंद्र सारथी ने जिला अस्पताल के लिए रवाना हुए और डॉक्टर के साथ सर्प दंश व्यक्ति को बताया कि यह जेहरीला साप नही हैं साथ ही डॉक्टर और उनके स्टाफ को बताया गया की अक्सर लोग साप को पहचान नहीं पाते हैं तब सभी ने राहत भरी सास ली और रेस्क्यू टीम के कार्य की प्रशंसा करते हुए धन्यवाद ज्ञापित किया, पंचनामा के पश्चात फिर दिनों सांपो को वन विभाग की मौजूदगी में जंगल में छोड़ दिया गया।

जितेंद्र सारथी ने बताता ज्यादा तर लोग साप को पहचान नहीं पाते और कोई भी साप के काटने से बहुत ज्यादा डर जाते हैं जिसके कारण कोई बड़ी अनहोनी हो सकती हैं, सर्प दंश होने पर लोगों को अपने डर पर काबू पाना चाहिए और फौरन रेस्क्यू टीम को जानकारी देवे।