चंडीगढ़,22 फ़रवरी 2025/ पड़ते गांव मलोया के जंगल में मिले अधजले शव की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में बड़ा खुलासा हुआ है। डॉक्टरों के बोर्ड ने जांच में पाया कि युवक की गला दबाकर हत्या की गई थी। हालांकि, अभी तक शव की पहचान नहीं हो सकी है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद अब पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
बता दें कि पुलिस इस मामले को पहले हादसा मान रही थी, लेकिन मौके पर पहुंची सीएफएसएल टीम ने पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद हत्या की आशंका जताई थी। टीम के डॉ. धीरेंद्र सिंह यादव ने बताया कि मृतक के गले पर कपड़ा चिपका हुआ था, जो आग से जल चुका था। इससे संकेत मिलते हैं कि हत्या करने के बाद शव को जलाने की कोशिश की गई थी।
हत्या के बाद जलाया शव
शव को देखने के बाद विशेषज्ञों ने बताया कि आग सिर्फ आगे के हिस्से में लगी थी, जबकि पीठ आग की चपेट में नहीं आई। इसका मतलब यह है कि शव को जलाने की कोशिश की गई थी, ताकि पहचान न हो सके। मृतक की उम्र 25 से 30 साल बताई जा रही है और उसकी हत्या दो से तीन दिन पहले की गई थी।
कुत्तों ने शव के हिस्से खा लिए थे
13 फरवरी को एक बाइक सवार ने जीरी मंडी के पास जंगल में अधजला शव पड़ा देखा और तुरंत पुलिस को सूचना दी। जब पुलिस मौके पर पहुंची तो शव के कुछ हिस्से को आवारा कुत्तों ने नोच रखा था। मृतक की एक टांग का पूरा मांस गायब था, जबकि चेहरा भी जल चुका था, जिससे उसकी पहचान मुश्किल हो गई। शव के पास कोई दस्तावेज भी नहीं मिला।
मोहाली पुलिस से भी ली जा रही मदद
जिस जगह शव मिला, वह मोहाली और चंडीगढ़ के बॉर्डर एरिया के बिल्कुल पास है। पुलिस को शक है कि हत्या कहीं और कर शव को यहां फेंका गया, ताकि जांच भटकाई जा सके। चंडीगढ़ पुलिस ने मोहाली पुलिस से भी संपर्क किया है और लापता लोगों की जानकारी जुटा रही है, ताकि शव की पहचान हो सके।
पहचान करना सबसे बड़ी चुनौती
पुलिस का कहना है कि पहले मृतक की पहचान जरूरी है, तभी हत्या के पीछे की वजह और आरोपियों तक पहुंचा जा सकेगा। इसके लिए आसपास के सभी थानों में गुमशुदगी की रिपोर्टों की जांच की जा रही है। साथ ही, शव को डीएनए टेस्ट के लिए भेजा गया है, ताकि उसकी पहचान हो सके।