भिलाई ,07 मार्च । छत्तीसगढ़ की पुलिस किस प्रकार का कार्य कर रही है, उसका जीता जागता उदाहरण एक बार फिर सामने आया है। दुर्ग पुलिस के एसआई सतीश साहू का रिश्वत मांगते वीडियो वायरल हुआ है। एसपी डॉ. अभिषेक पल्लव ने भी इस मामले को संज्ञान में लिया और कार्रवाई करते हुए सतीश साहू को लाइन इटैच किया है। वीडियो खुद उस शख्स ने बनाया है, जिससे एसआई ने 6 हजार रुपए की रिश्वत ली। जसमीत सिंह ने बताया कि उनकी गाड़ी से छोटा खरोंच लग गया था जिसके बाद ट्रैफिक पुलिस गाड़ी को खुर्सीपार थाने लेकर गई। एक हजार रुपए का चालान था। मैंने चालान करने के लिए बोला, लेकिन सतीश साहू ने 6 हजार रुपए देने की बात कही।
इसके बाद गाड़ी छोडऩे के नाम पर उसने 3 हजार किसी रिलेटिव के एकाउंट में ट्रांसफर करवाए और हजार रुपए नगद ले लिया। फिर गाड़ी छोड़ी गई। इस पूरी घटना का जसमीत ने वीडियो बनाया और फिर सीएसपी छावनी से इसकी शिकायत की। भिलाई के रहने वाले सुखवंत सिंह ने बताया कि लापरवाही पूर्वक गाड़ी चलाने के जुर्म में उनकी गाड़ी को भिलाई तीन पुलिस ने पकड़ा था। जब हमने न्यायालय में चालान पटाने की बात कही तो वहां पदस्थ एएसआई नंदलाल टांडेकर ने 15 हजार रुपए की मांग की। बोला जब तक रुपए नहीं दोगे तब तक गाड़ी की सुपुर्दगी नहीं देंगे। इसके बाद सुखवंत सिंह ने दो हजार रुपए क्यूआर कोड के जरिए से और 3200 रुपए ऑनलाइन दिया। उसने धमकी दी की अगर बाकी का पैसा नहीं दोगे तो गाड़ी हाईकोर्ट से भी नहीं छूटने दूंगा।
एसीबी से की शिकायत, लेकिन उन्होंने पुलिस को दी जानकारी
सुखवंत सिंह ने बताया कि उसने रिश्वत लेने का ऑडियो रिकॉर्ड कर मामले की शिकायत एंटी करेप्शन ब्यूरो रायपुर में शिकायत की थी। एसीबी के डीजीपी डीएम अवस्थी ने मामले की जांच एएसपी डीआर पोर्ते को दी। पोर्ते ने डीएसपी अमृता शोरी को जांच सौंपी। इसके बाद भी अमृता सोरी ने 15 दिन तक घुमाया और फिर तांडेकर को इसकी जानकारी दे दी, कि वो जांच कर रहे हैं।
आशीष बंछोर करेंगे मामले की जांच
एसपी दुर्ग ने दोनों पुलिस अधिकारियों को लाइन अटैच करते हुए उनके खिलाफ डीई बैठा दी है। सीएसपी छावनी आशीष बंछोर को डिपार्टमेंटल इंक्वायरी करने की जिम्मेदारी दी गई है। जांच के बाद जो भी होगा उसके बाद आगे उनके ऊपर कार्रवाई की जाएगी।
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