उज्जैन ,06 मार्च । महाकाल की नगरी उज्जैन में होली की धूम शुरू हो गई है। सोमवार को फाल्गुन शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी पर आज (सोमवार) बाबा महाकाल के आंगन में भगवान और भक्तों के बीच जमकर फूलों की होली खेली गई। बीते कई वर्षों से मंदिर में यह होली खेली जा रही है। सोमवार को सैकड़ों भक्तों ने भगवान के साथ होली खेल कर अपने आपको धन्य महसूस किया।
द्वादश ज्योतिर्लिंगों में तीसरे नंबर पर दक्षिण मुखी ज्योतिर्लिंग भगवान महाकालेश्वर का नाम आता है। दक्षिणमुखी ज्योतिर्लिंग महाकालेश्वर के दरबार में ऐसी परंपराएं हैं जो अपने आप में अद्भुत हैं। भगवान महाकाल के दरबार से ही हर त्यौहार की शुरुआत होती है। राजाधिराज भगवान महाकाल के दरबार में सोमवार की सुबह भस्म आरती के दौरान फूलों की होली खेली गई।
महाकालेश्वर मंदिर के पुजारी दिलीप गुरु ने बताया कि हर बार एक क्विंटल फूलों से होली खेली जाती रही है, लेकिन इस बार भक्तों का उत्साह देखते हुए महाकालेश्वर मंदिर समिति पंडित और पुरोहित और श्रद्धालुओं की ओर से 40 क्विंटल फूलों की होली खेली गई। यह परंपरा केवल महाकालेश्वर मंदिर में ही देखने को मिलती है। भक्त और भगवान के बीच आधे घंटे तक होली खेली गई। भस्म आरती में दर्शन करने आए श्रद्धालु होली खेल कर अभिभूत हो गए।
फूलों की होली के पहले भगवान महाकाल का अद्भुत श्रृंगार किया गया। भगवान महाकाल को दूध,दही और फलों के रस से स्नान कराया गया। इसके बाद भगवान महाकाल का भांग, सूखे मेवे से श्रृंगार हुआ। इसके बाद भव्य भस्म आरती हुई। भगवान महाकाल के दरबार की परंपराएं अनूठी ही नहीं बल्कि भक्तों को आकर्षित करने वाली हैं।
मंगलवार को बाबा महाकाल के दरबार में हर्बल गुलाल से होली खेली जाएगी। आज सोमवार को भस्म अर्पित करने के बाद भगवान ने निराकार से साकार रूप में दर्शन दिए।
महाराष्ट्र के भक्त ने अर्पित किए 40 क्विंटल फूल
विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में आज सोमवार को होने वाली भस्म आरती के दौरान फाग उत्सव की धूम देखने को मिली। महाराष्ट्र से आए एक भक्त ने बाबा के फाग उत्सव में 40 क्विंटल फूल अर्पित किए। भस्म आरती के दौरान बाबा महाकाल ने फूलों की होली खेलकर फाग उत्सव मनाया। नंदी हॉल में भी जमकर भक्तों ने एक दूसरे पर फूल बरसाए और फाग उत्सव का आनंद लिया।
[metaslider id="347522"]