ससपेंड होने के बाद चोर बना आरक्षक, गिरफ्तार…

कोंडागांव ,05 मार्च  आर्म्ड फोर्स से निलंबित होने के बाद आरक्षक ने जुर्म का रास्ता अपना लिया। निलंबित आरक्षक ने दो जगहों पर चोरी की वारदात को अंजाम दिया था। एसपी के निर्देश पर जांच और खोजबीन के बाद आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपी ने इससे पहले भी कई जगह चोरी की थी, और जेल भी जा चुका था। दरअसल फरसगांव और कोण्डागांव में लाखों की चोरी की शिकायत दोनों थानों में दर्ज कराई गई थी। कोंडागांव में 1 लाख 17 हजार रुपये और फरसगांव में 1 लाख 70 हजार रुपये नगदी की चोरी की घटना की जांच के दौरान चोरी का तरीका एक जैसा पाया गया। चोरी की घटना पर पुलिस अधीक्षक कोण्डागांव दिव्यांग पटेल द्वारा थाना फरसगांव और थाना कोण्डागांव को अज्ञात चोर की तत्काल पतासाजी के लिए आदेश दिया गया था।

बता दें कि 1 मार्च की रात फरसगांव मुख्य मार्ग में स्थित एसबीआई के ग्राहक सेवा केन्द्र में हुई चोरी के बाद एसपी दिव्यांग पटेल के आदेश से अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शोभराज अग्रवाल के मार्गदर्शन और अनुविभागीय अधिकारी पुलिस फरसगांव अनिल विश्वकर्मा के पर्यवेक्षण में पुलिस टीम गठीत कर टीम द्वारा अज्ञात चोर की लगातार पतासाजी की जा रही थी। इसी दौरान संदेही आरोपी के संबंध में मुखबीर के माध्यम से जानकारी मिली कि उपरोक्त प्रकरण के आरोपी दंतेवाड़ा के चितालंका का निवासी है। जिसके बाद पुलिस टीम तत्काल दंतेवाड़ा के लिए रवाना किया गया। दंतेवाड़ा में संदेही आरोपी की पतासाजी बाद मुखबीर सूचना के आधार पर आरोपी महेन्द्र दीवान पिता फुलदास दीवान, उम्र 23 वर्ष निवासी चितालंका, दंतेवाड़ा, थाना सिटी कोतवाली दंतेवाड़ा को घेराबंदी कर पकड़ा गया।

आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ करने पर फरसगांव और कोण्डागांव में हुए चोरी की घटना में शामिल होना स्वीकार किया।आरोपी ने बताया कि वह छत्तीसगढ़ आर्म्स फोर्स में पहले आरक्षक के पद पर पदस्थ था जो कि वतर्मान में बखार्स्त होकर चोरी का काम करता है। पहले भी आरोपी कांकेर और अन्य क्षेत्र में चोरी की घटना को अंजाम दिया था। जिसमें भी वह गिरफ्तार होकर जेल में निरूद्ध रहा है। आरोपी महेन्द्र दीवान के द्वारा चोरी किये गये नगदी रकम में से 58350/- रुपये नगदी रकम, 1 OPPO एंड्राईड फोन, 1 नग स्मार्ट वाॅच कुल किमती 74350/- रुपये बरामद किया गया है।