गर्मी का मौसम धीरे-धीरे दस्तक दे रहा है। ऐसे में हमें खाने से ज्यादा कुछ ठंडा और हेल्दी पीने की तलब लगती है। इसपर अगर एक गिलास ठंडा ठंडा छाछ मिल जाए फिर चाहे वो सादा हो या मसालेदार, तो मानों आपका दिन बन जाता है। इतना ही नहीं गर्मियों के मौसम में यह हमारे पेट के लिए भी एक बेहतरीन इलाज है। लंच या डिनर के बाद इसे पीने से न केवल पाचन में सुधार होता है बल्कि एसिडिटी से भी बचाव होता है। यह अद्भुत पेय क्रीम से मक्खन बनाने की प्रक्रिया के दौरान प्राप्त होता है, जो प्रोबायोटिक गुणों से भरपूर होता है और गर्मियों में तापमान बढ़ने पर आपके आंत के स्वास्थ्य का पूरी तरह से ध्यान रखता है।
वैसे तो छाछ ही अपने आप में एक आदर्श पेय पदार्थ है, लेकिन अगर आप इसके स्वास्थ्य लाभों को और बेहतर बनाना चाहते हैं तो इसमें भुना हुआ जीरा पाउडर, काला नमक या फिर सूखे अदरक जैसे कुछ मसाले मिला सकते हैं। आंत से संबंधित समस्याओं के इलाज के लिए आयुर्वेद में हजारों वर्षों से छाछ का उपयोग एक पारंपरिक उपचार के रूप में किया जाता रहा है।
कैल्शियम, पोटेशियम और विटामिन बी 12 से भरपूर, छाछ में लैक्टिक एसिड होता है जिसमें एंटीमाइक्रोबियल गुण होते हैं और ह प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा देने में मदद कर सकते हैं। यह आपके वजन घटाने की यात्रा में भी उपयोगी हो सकते हैं क्योंकि यह पोषक तत्वों से भरपूर कम कैलोरी वाले स्नैक हैं। गर्मियों में छाछ का सेवन काफी अच्छा होता है क्योंकि यह पोटेशियम जैसे इलेक्ट्रोलाइट्स का एक अच्छा स्रोत है, जो शरीर में द्रव संतुलन को बनाए रखने में मदद करता है।
एसिडिटी से बचाता है
छाछ का सेवन करने से एसिडिटी से लड़ने में मदद मिलती है। सूखे अदरक या काली मिर्च जैसे मसालों को जोड़ने से इसके गुणों में और इजाफा हो सकता है जिससे बदहजमी या एसिडिटी में राहत मिलती है। इतना ही नहीं अगर आपने स्वाद के चक्कर में थोड़ा ज्यादा खाना खा लिया है
एसिड रिफ्लक्स में मदद करता है
यह शरीर पर विशेष रूप से पाचन तंत्र पर ठंडा प्रभाव डालता है और एसिड रिफ्लक्स के कारण पेट में होने वाली जलन को कम करता है।
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