दंतेवाड़ा ,02 मार्च । कृषि विज्ञान केन्द्र के मार्गदर्शन में जिले में महिला स्व-सहायता समूह के द्वारा हर्बल गुलाल उत्पादन किया जा रहा है। जिसमें समूह की दीदियों को गुलाल बनाने के लिए पांच दिवसीय प्रशिक्षण दिया गया है। ग्राम कारली के रानी स्व-सहायता समूह तथा ग्राम छोटे तुमनार के जय भैरम व उर्रेमारा स्व-सहायता समूहों की महिलाओं द्वारा लगभग 3 क्विंटल मात्रा में हर्बल गुलाल तैयार किया गया। समूह कि दीदियों ने अपने ही हाथों से तैयार किये गए हर्बल गुलाल को कलेक्टर विनीत नंदनवार को भेंट किया। जिसे कलेक्टर ने प्रथम ग्राहक के रूप में गुलाल क्रय किया और समूह दीदियों द्वारा निर्मित गुलाल की प्रशंसा कर समूह की दीदियों को बधाई व शुभकामनाएं दी। और उनके द्वारा हर्बल गुलाल उत्पादन को अच्छी पहल बताते हुए अधिक उत्पादन व विपणन हेतु प्रोत्साहित किया।
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उन्होंने गुलाल पैकिंग में रिसाइकल्ड बायोडिग्रेडेबल पॉलीथिन के उपयोग की भी सराहना की, साथ ही आमजनों से हर्बल गुलाल का उपयोग करने की अपील भी की है। महिलाओं द्वारा हर्बल गुलाल निर्माण में विभिन्न रंगों के लिये स्थानीय रंग के स्रोत का उपयोग किया, जिसमें पलाश के फूल, सिंदूर, चुकंदर, पालक भाजी, सेम की पत्ती, हल्दी, लाल भाजी, अपराजिता का फूल, मेहंदी, कत्था आदि का उपयोग कर गुलाल बनाया गया, जो कि पूर्ण रूप से रसायन मुक्त उत्पाद है। जिसे स्व-सहायता समूहों की महिलाओं द्वारा होली त्यौहार के पहले जिले के विभिन्न स्थानों के साथ कलेक्ट्रेट कैंपस में स्टॉल लगाकर विक्रय किया जायेगा।
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