विधानसभा में गूंजेगा महात्मा गांधी रूरल इंडस्ट्रियल पार्क निर्माण में कोरबा जिले में किए जा रहे भ्रष्टाचार का मामला

0.जिला पंचायत कोरबा सीईओ पर गिर सकती है गाज ! जानें रामपुर विधायक ननकीराम कंवर ने किन बिंदुओं पर मांगी जानकारी

कोरबा,02 मार्च(वेदांत समाचार)।भूपेश सरकार के अंतरिम बजट में महात्मा गांधी रूरल इंडस्ट्रियल पार्क (रीपा ) के अंतर्गत कोरबा जिले में तैयार किए जा रहे रूरल इंडस्ट्रीयल पार्क ( रीपा ) के निर्माण में किए जा रहे अनियमिताओं की गूंज गूंजेगी। जिसकी जद में जिले के उच्च अधिकारियों के आने के आसार हैं। रामपुर विधायक व प्रदेश के पूर्व गृहमंत्री ननकीराम कंवर ने बुधवार से शुरू हुए बजट सत्र में तारांकित प्रश्न क्रमांक 3561 के जरिए रीपा के स्वीकृति एवं निर्माण से जुड़ी प्रक्रिया से संबंधित समस्त जानकारी मांग पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग की नींद उड़ा दी है।

श्री कंवर ने कृषि मंत्री से प्रश्न पूछा है कि कोरबा जिले के प्रत्येक विकासखंड अंतर्गत रूरल इंडस्ट्रीयल पार्क का निर्माण किस मद से एवं कितने -कितने लागत के कार्य स्वीकृत किया गया है ?निर्माण एजेंसी कौन कौन से हैं ?क्या उक्त निर्माण के लिए निविदा जारी किया गया है ? यदि नहीं किया गया है तो निर्माण कार्य किनके द्वारा किस आधार पर कराया जा रहा है ?13 मार्च को सदन की कार्रवाई के दौरान श्री कंवर के पश्नों से जुड़े सवालों का जवाब कृषि मंत्री देंगे। श्री कंवर के रीपा के निर्माण से जुड़ी जानकारी मांगते ही कोरबा जिले के सम्बन्धित विभाग में हड़कम्प मच गया है।


आपको बता दें कि जिले के सभी ब्लॉकों में 2-2 मॉडल गौठान में शेड निर्माण किया जा रहा है जिसकी लागत राशि लगभग एक करोड़ उन्नीस लाख रुपए है। प्रशासकीय स्वीकृति जिला पंचायत सीईओ नूतन कंवर द्वारा दिया गया है । निर्माण एजेंसी ग्राम पंचायत को बनाया गया है लेकिन जनपद के द्वारा किसी प्रकार का किसी भी पंचायत को कार्य आदेश भी नहीं दिया गया है। बिना कार्यादेश का कार्य चाहते ठेकेदार से कराया जा रहा है। एक ही ठेकेदार को नियम विरूद्ध तरीके से पूरे कोरबा जिले का कार्य दे दिया गया है। ग्राम पंचायत को एजेंसी बनाने के लिए एक ही कार्य को टुकडे टुकडे मे स्वीकृति किया गया है और अपने चहेते ठेकेदार के द्वारा कार्य निर्माण करवाया जा रहा है।

पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के द्वारा मूल्यांकन हेतु नया एसओआर सूची जारी की गई है। जिसके आधार पर इंजीनियर के द्वारा मूल्यांकन किया जाता है लेकिन इस कार्य में कई ऐसे सामग्री लगाए जा रहे हैं जिसका उस लिस्ट में नाम तक नहीं है तो फिर उसका मूल्यांकन इंजीनियर किस आधार पर करेगा। विश्वस्त सूत्रों के अनुसार महात्मा गांधी रुरल इंडस्ट्रियल पार्क के निर्माण में निजी लाभ को ध्यान में रखते हुए जिला पंचायत कोरबा के मुख्य कार्यपालन अधिकारी के द्वारा पंचायत को एजेंसी बनाकर चहेते ठेकेदार को कार्य दिया गया है। सरपंचों पर दबाव बनाकर ठेकेदार को भुगतान कराया जा रहा है और तो और इस कार्य में भंडार क्रय नियम का पालन भी नहीं किया गया है.

जो मामला विधानसभा में प्रमुखता से उठने वाला है। रामपुर के क्षेत्रीय विधायक ननकीराम कंवर ने पहले भी कह चुके हैं कि मैं केंद्र की मोदी सरकार की सोच को आगे बढ़ाना चाहता हूं ना खाऊंगा और ना खाने दूंगा की मानसिकता रखने वाले ननकीराम कंवर से भ्रष्टाचार करने वाले अधिकारी दूर-दूर तक संबंध बनाना नहीं चाहते क्योंकि वे ऐसे लोगों को कभी पसंद नहीं करते हैं। ननकीराम कंवर महात्मा गांधी रूरल इंडस्ट्रियल पार्क के मामले में सरकार को विधानसभा में घेरने का निर्णय बना चुके हैं। इसके लिए श्री कंवर पर्याप्त सबूत जुटा चुके हैं इस मामले में प्रशासन के बड़े अधिकारी की कोरबा जिले से छुट्टी होना तय माना जा रहा है।बता दें कि रामपुर विधानसभा में कोरबा ब्लॉक में ग्राम पंचायत चिर्रा,पहंदा (सरईडीह) तो करतला ब्लॉक के कोटमेर व जमनीपाली में गौठान बन रहे।