ओडिशा के तीन जिलों में सोने के भंडार होने के संकेत मिले,इस खोज के बाद भारत लिथियम कैपिसिटी के मामले में तीसरे नंबर पर आ गया

नेशनल : जम्मू-कश्मीर में लिथियम का खजाना मिलने के बाद भारत के अब इस राज्य में जैकपॉट हाथ लगा है। ओडिशा के तीन जिलों में सोने के भंडार होने के संकेत मिले हैं। भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण और ओडिशा के भूविज्ञान निदेशालय के सर्वे में देवगढ़, क्योंझर और मयूरभंज में सोने के भंडार होने के संकेत सामने आए हैं। तीन जिलों के जिन इलाकों में सोने के भंडार मिलने के संकेत मिले हैं, उनमें क्योंझर जिले का दिमिरिमुंडा, कुशकला, गोटीपुर, गोपुर, मयूरभंज जिले का जोशीपुर, सुरियागुडा, रुआंसिला, धुशूरा पहाड़ी और देवगढ़ जिले का अदास शामिल है।

ढेंकानाल के विधायक सुधीर कुमार सामल द्वारा पूछे गए एक लिखित प्रश्न के जवाब में, मंत्री ने कहा कि खान निदेशालय और भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (GSI) के सर्वेक्षणों ने देवगढ़, क्योंझर और मयूरभंज सहित तीन जिलों में सोने के भंडार की उपस्थिति का खुलासा किया है। हालांकि फिलहाल यह स्पष्ट नहीं है कि तीनों जिलों में मिलें सोने के भंडारों में गोल्ड की कितनी मात्रा है। इससे पहले जम्मू-कश्मीर में लिथियम के जिस जखीरे की खोज हुई है, वह 59 लाख टन है, जो चिली और ऑस्ट्रेलिया के बाद दुनिया में सबसे ज्यादा है। इस खोज के बाद भारत लिथियम कैपिसिटी के मामले में तीसरे नंबर पर आ गया है।

लिथियम एक ऐसा नॉन फेरस मेटल है, जिसका इस्तेमाल मोबाइल-लैपटॉप, इलेक्ट्रिक-व्हीकल समेत कई आइटम्स के लिए चार्जेबल बैटरी बनाने में किया जाता है। इस रेअर अर्थ एलिमेंट के लिए भारत अभी दूसरे देशों पर निर्भर है। भारत के लिए ये खोज बड़ी करामाती साबित हो सकती है, अभी तक भारत में जरूरत का 96 फीसदी लिथियम आयात किया जाता है। इसके लिए बड़ी मात्रा में विदेशी मुद्रा खर्च करनी पड़ती है।

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