बिलासपुर, 27 फरवरी । दिनांक 26 फरवरी को एसईसीएल (SECL) ने पिछले पूरे साल के कोयला उत्पादन 142 मिलियन टन को पीछे छोड़ दिया है। एसईसीएल ने इस वर्ष अभी तक 143 मिलियन टन कोयले का उत्पादन कर लिया है और पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में 19% की बढ़ोत्तरी दर्ज की है। एसईसीएल के मेगा प्रोजेक्ट ने इस उपलब्धि में बड़ा योगदान देते हुए पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष के कोयला उत्पादन अच्छी वृद्धि हासिल की है।
गेवरा मेगा प्रोजेक्ट ने इस वित्तीय वर्ष में अभी तक लगभग 45 मिलियन टन का उत्पादन करते हुए 32% की वृद्धि दर्ज की है वहीं कुसमुंडा क्षेत्र ने 52% की वृद्धि के साथ इस वित्तीय वर्ष में अभी तक लगभग 35 मिलियन टन का उत्पादन किया है। अगर समूचे कोरबा कोलफील्ड की बात करें तो लगभग 126 मिलियन टन उत्पादन के साथ कोयला उत्पादन में इस वित्तीय वर्ष में लगभग 21% की वृद्धि देखी गई है।
उल्लेखनीय है कि ओबीआर (ओवरबर्डन रिमूवल) में भी एसईसीएल ने अच्छा प्रदर्शन किया है। इस वित्तीय वर्ष में अभी तक लगभग 234 मिलियन क्यूबिक मीटर ओबीआर किया गया है जो गत वर्ष की तुलना में 35% अधिक है। इस के साथ ही एसईसीएल ने स्थापना के बाद से पहली बार ओबीआर में इतनी बड़ी मात्रा की ओर अग्रसर है।
कोयला प्रेषण (कोल डिस्पैच) में कंपनी ने पिछले वर्ष की तुलना में वृद्धि दर्ज की है। इस वित्तीय वर्ष में अभी तक लगभग 144 मिलियन टन कोयले का प्रेषण किया है जो पिछले वर्ष समान अवधि की तुलना में 2.7% अधिक है। देश के विभिन्न पावर प्लांट्स की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए कंपनी ने इस वित्तीय वर्ष में पावर सेक्टर को लगभग 126 मिलियन टन कोयला डिस्पैच किया है जो पिछले वर्ष की तुलना में 11 मिलियन टन अधिक है।
इस अवसर पर एसईसीएल सीएमडी डा प्रेम सागर मिश्रा ने एसईसीएल कर्मियों को बधाई दी और बचे हुए वित्तीय वर्ष में कोयला उत्पादन में नए कीर्तिमान रचने के लिए प्रेरित किया।
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