0.तीन दिवसीय अधिवेशन की शुरुआत रायपुर में शुक्रवार से हुई। छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने कांग्रेस के सभी नेताओं का स्वागत एक खास माले से किया। ये माला फूलों की जगह बांस से बनाई गई थी। छत्तीसगढ़ के आदिवासी कल्चर में इन मालाओं का उपयोग होता है।
रायपुर: छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में शुक्रवार से कांग्रेस का 85वां महा अधिवेशन शुरू हुआ। पहले दिन यहां पार्टी की कई अहम बैठकों में कई निर्णय लिए गए। इस अधिवेशन में सोनिया गांधी, राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खरगे और कांग्रेस के तमाम नेताओं को स्वागत सीएम भूपेश बघेल ने किया। सीएम ने जिस माला से कांग्रेस नेताओं का स्वागत किया गया उसे लेकर चर्चा हो रही है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सभी नेताओं को माला पहनाकर स्वागत करते हुए उन्हें कान में फुसफुसाकर माला के बारे में भी जानकारी दी। दरअसल, माला फूलों की नहीं बल्कि माला बांस के पेड़ से बनाई गई थी।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल देशभर के कांग्रेस के नेताओं के गले में स्वागत के साथ जो माला पहना रहे थे वह माला बांस के पेड़ से बनी हुई थी। जिसे पहनाते हुए भूपेश बघेल सभी नेताओं को यह बता रहे थे कि यह हमारे आदिवासी क्षेत्र बस्तर के कांकेर जिले के अबूझमाड़ क्षेत्र में बनने वाली बांस की माला है। अबूझमाड़ के जंगलों में उगने वाले बांस से बनी माला कांग्रेस पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी और कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मलिकार्जुन खड़गे, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह सहित कांग्रेस के तमाम नेताओं को पहनाई गई। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कांग्रेस के सभी नेताओं को बांस की माला पहनाने के बाद नेताओं को छत्तीसगढ़ी संस्कृति से अवगत कराया। बता दें कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल छत्तीसगढ़ी संस्कृति को बढ़ावा देने का काम कर रहे हैं। सीएम भूपेश के इसी अंदाज की हर जगह तारीफ हो रही है।
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