छत्तीसगढ़ सरकार की दूरदर्शी योजना सी मार्ट समूह की महिलाओं के लिए वरदान

कवर्धा ,26 फरवरी । जिले में सी मार्ट खुलने से स्थानीय उत्पादों को बाजार तो मिला है। इसके साथ ही स्व सहायता समूह की महिलाओं के लिए रोजगार के द्वार भी खुल गए है। पहले गांव की महिलाएं सिर्फ घर तक ही सिमट कर रह जाती थी, लेकिन आज वहीं महिलाएं घर से निकलकर परिवार की आर्थिक स्थिति को मजबूत करने में अपनी भागीदारी निभा रही है। सी मार्ट से समूह  की महिलाएं आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर हुई है और ग्रामीण अर्थव्यवस्था में सुधार भी हुआ है।

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मंशा अनुरूप महिलाओं को सशक्त बनाने और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने गांव में गौठान संचालित की गई है। जहां मवेशियों की सुरक्षा के साथ स्व सहायता समूह की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने विभिन्न गतिविधियां संचालित की गई है। इन गौठनों में महिलाएं मसाला, आचार, पापड़, साबुन, अगरबत्ती, फिनाइल, कोदो, कुटकी, रागी का पैकेजिंग, बड़ी जैसे विभिन्न उत्पाद का निर्माण कर रही है। लेकिन महिलाओं के मन में स्वयं द्वारा बनाए उत्पाद को विक्रय करने की चिंता थी।

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने महिलाओं की समस्या को समझा और उनके उत्पादों के विक्रय के लिए प्रदेश के सभी जिलों में सी मार्ट की स्थापना की। जिसका संचालन महिला स्व सहायता समूह द्वारा ही किया जा रहा है। सी मार्ट खुलने से अब दोहरा लाभ हो रहा है। एक तरफ जिले के जिले में संचालित विभिन्न स्व सहायता समूह द्वारा बनाए एवं स्थानीय उत्पाद के विक्रय के लिए बाजार मिला गया। वही सी मार्ट के संचालन के लिए महिलाओं को रोजगार भी मिला है।  

कबीरधाम जिले में स्व सहायता समूह द्वारा बनाए गए उत्पाद के विक्रय के लिए दीपांजलि स्व सहायता समूह द्वारा सी मार्ट संचालित किया जा रहा है। जहां महिलाओं को रोजगार मिल रहा है। दीपांजलि स्व सहायता समूह में 10 महिलाएं शामिल हैं, जो पूरी निष्ठा और लगन से सी मार्ट का संचालन कर रही है। दीपांजलि स्व सहायता समूह की अध्यक्ष सरस्वती जाटवर ने बताया कि छत्तीसगढ़ शासन ने जिले में सी मार्ट खोलकर समूह कि महिलाओं को रोजगार दिया है। उन्होंने बताया कि पहले हम घर के काम तक ही सीमित रहते थे, लेकिन जब से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने जिले में सी स्मार्ट खोला है, तब से हम समूह की महिलाओं को काम करने का अवसर मिला है।

कवर्धा सी मार्ट में समूह की 10 महिलाएं मिलकर संचालित कर रही हैं। उन्होंने बताया कि समूह की सभी महिला पहले बेरोजगार थी और घर तक ही सीमित थी। जब से सी मार्ट संचालन करने का मौका मिला है तक से उनको आय प्राप्त हुई है। साथ ही परिवार और समाज मे एक नया पहचान मिला है। रोजगार मिलने से घर के सदस्यों की सोच और नजरिया हमारे प्रति बदला है। परिवार से भी अब पूरा सहयोग मिल रहा है। उन्होंने बताया कि सी मार्ट ने हमें एक नया पहचान दिलाया है। इससे अब आय प्राप्त भी हो रहा है, जिससे आय का कुछ हिस्सा समूह को आगे बढ़ने और कुछ पैसा परिवार के लिए खर्च कर रहे हैं। इसके साथ ही बच्चों की पढ़ाई में भी उपयोग कर रहे हैं।