रिवर-व्यू प्वाइंट, विवेकानंद शैक्षणिक संस्थान, ई-लाईब्रेरी के शेष बचे कार्यो को पूरा करने समयसीमा निर्धारित, समयसीमा में कार्य पूरा करने अल्टीमेटम
कोरबा 24 फरवरी (वेदांत समाचार)। आयुक्त प्रभाकर पाण्डेय ने अधिकारियों व निर्माण एजेंसी को कडे़ निर्देश देते हुए कहा है कि अशोक वाटिका के उन्नयन, निर्माण संबंधी समस्त कार्यो को 30 अप्रैल तक अनिवार्य रूप से पूरा कराएं ताकि इस महत्वपूर्ण पर्यटन,मनोरंजन केन्द्र का लाभ आमजन को शीघ्र से शीघ्र प्राप्त हो सके। उन्होने विवेकानंद शैक्षणिक संस्थान भवन के शेष बचे कार्यो को 15 अप्रैल तक पूरा करने, रिवर-व्यू प्वाइंट के शेष कार्यो को 15 दिन में अंतिम रूप देने एवं ई-लाईब्रेरी का संचालन 02 सप्ताह के अंदर प्रारंभ किए जाने की समयसीमा निर्धारित करते हुए समयसीमा में कार्यो को पूरा करने का अल्टीमेटम दिया।
आयुक्त प्रभाकर पाण्डेय ने आज अशोक वाटिका, विवेकानंद शैक्षणिक संस्थान, रिवर-व्यू प्वाइंट, ई-लाईब्रेरी सहित निगम के विभिन्न प्रगतिरत निर्माण कार्यो व परियोजनाओं का अधिकारियों की टीम के साथ निरीक्षण किया, कार्यो की कार्यप्रगति को देखा तथा कार्यो को पूरा करने की समयसीमा निर्धारित करते हुए उक्त समयसीमा में कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिए। यहॉं उल्लेखनीय है कि सी.एस.ई.बी.चौक से स्टेडियम की ओर जाने वाले मार्ग पर स्थित अशोक वाटिका के उन्नयन का कार्य 10 करोड़ रूपये की लागत से कराया जा रहा है, इसमें ओपन थियेटर, सिटिंग जोन, रेल ट्रेक, ओपनजिम एरिया, बोटिंग जोन, रिडिंग जोन, वाटरफाल व रॉक गार्डन, हर्बल गार्डन, कैफेटेरिया, चिल्ड्रन प्ले एरिया, कलरफुल फाउण्टेन, बटरफ्लाई जोन, वाटरबाडी, स्टेप्ड गार्डन, म्यूजिकल फाउण्टेन, रिलेक्सीन एरिया, स्पोर्ट्स जोन साईकिलिंग ट्रेक, फ्लावर जोन, वर्टिकल गार्डन, योगा जोन, फूड जोन, वेंडर जोन व चौपाटी, स्टोन फाउण्टेन, पार्किंग एरिया, लैण्ड स्केपिंग, लॉन एरिया, प्लांटेशन, उद्यानिकी, पाम कलस्टर, महिला-पुरूषों के लिए पृथक-पृथक टायलेट सुविधा, टिकट काउंटर, बाउण्ड्रीवाल व भव्य प्रवेशद्वार सहित अन्य आवश्यक व्यवस्थाएं की जाएंगी।
आयुक्त प्रभाकर पाण्डेय ने आज अशोक वाटिका में प्रगतिरत निर्माण कार्यो का सघन निरीक्षण किया, उन्होने खेल जोन, कैफेटेरिया, एडवेंचर स्पोर्ट, पौन्डस निर्माण, पाथवे, बोडिंग व्यवस्था, ओपन थियेटर, रेस्टोरेंट, फाउंटेन ,प्लांटेशन सहित प्रगतिरत कार्यो का अवलोकन किया, वाटिका में विभिन्न प्रजातियों के डेढ लाख पौधों का भी रोपण किया जाना है, तत्संबंध में आयुक्त श्री पाण्डेय ने आवश्यक दिशा निर्देश निर्माण एजेंसी को दिए। उन्होने बारिश के पानी की निकासी के लिए इनलेट की व्यवस्था तथा बाहरी गेट, ग्रीलयुक्त बाउण्ड्रीवाल निर्माण के निर्देश दिए ताकि वाटिका की पार्किंग व सुरक्षा व्यवस्था बेहतर बनी रहे। आयुक्त श्री पाण्डेय ने विवेकानंद शैक्षणिक संस्थान भवन का भी निरीक्षण किया तथा शेष बचे कार्यो को 15 अप्रैल तक पूरा करने को कहा। उन्होने साकेत भवन के सामने किए जा रहे फुटपाथ निर्माण संबंधी कार्यो का भी निरीक्षण तथा आवश्यक दिशा निर्देश अधिकारियों को दिए।
रिवर-व्यू प्वाइंट का आनंद आमजन को शीघ्र – नगर पालिक निगम कोरबा द्वारा दर्री डेम के किनारे सिंचाई विभाग के रेस्ट हाउस के बगल में लगभग 02 करोड़ रूपये की लागत से रिवर-व्यू प्वाइंट का निर्माण कराया गया है। उक्त कार्य के अंतर्गत व्यू प्वाइंट के साथ-साथ फाउंटेन, पाथवे, गार्डनिंग, रेस्ट शेड सहित अन्य सौदंर्यीकरण कार्य किए गए हैं। आयुक्त श्री पाण्डेय ने स्थल का निरीक्षण करते हुए मिट्टी फिलिंग, ग्रासिंग, पेंटिंग, वाईट वासिंग सहित अन्य आवश्यक कार्यो व व्यवस्थाओं को 15 दिवस के अंदर पूरा करने के निर्देश अधिकारियों को दिए ताकि आमजन रिवर-व्यू प्वाइंट का आनंद शीघ्र उठा सके। उन्होने स्थल पर रेस्टोरेंट की व्यवस्था, बोटिंग व्यवस्था आदि के संबंध में भी आवश्यक दिशा निर्देश अधिकारियों को दिए।
दो सप्ताह के अंदर संचालित हो ई-लाईब्रेरी – डिंगापुर में निगम द्वारा निर्मित कराए गए जिला लाईब्रेरी भवन में ई-लाईब्रेरी के संचालन का कार्य किया जाना हैं, आयुक्त श्री पाण्डेय ने अधिकारियों के साथ स्थल निरीक्षण करते हुए स्मार्ट लाईब्रेरी, स्मार्ट किड जोन सहित ई-लाईब्रेरी के संचालन संबंधी सभी प्रगतिरत कार्यो को पूरा कर 02 सप्ताह के अंदर ई-लाईब्रेरी संचालन के निर्देश दिए। इसके साथ ही लिफ्ट व्यवस्था, पार्किंग व्यवस्था, शेड निर्माण सहित अन्य कार्यो के लिए 02 माह की समयसीमा निर्धारित करते हुए उक्त अवधि में कार्यो को अनिवार्य रूप से पूरा करने के निर्देश दिए।
निरीक्षण के दौरान अधीक्षण अभियंता एम.के.वर्मा, जोन कमिश्नर अखिलेश शुक्ला एवं विनोद शांडिल्य, सहायक अभियंता सुनील टांडे, विनोद नेताम, रमेश सूर्यवंशी, अशोक वाटिका उन्नयन कार्य की निर्माण एजेंसी के प्रतिनिधि अभिषेक गोयल सहित अन्य लोग उपस्थित थे।
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