महासमुंद ,18 फरवरी । इसरो द्वारा एसएसएलवी डी 2 का सफल प्रक्षेपण हरिकोटा से किया गया। जिसकी साक्षी बने छत्तीसगढ़ के एकमात्र विद्यालय शासकीय आशी बाई गोलछा कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय महासमुंद की 10 छात्राओं ने शिक्षकों के साथ निवास पहुंचकर मुलाकात की। इन छात्राओं ने आजादी सैट 2 के सैटेलाइट में चिप की प्रोग्रामिंग में अपना योगदान दिया है। मुलाकात के दौरान संसदीय सचिव चंद्राकर ने छात्राओं के उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
छत्तीसगढ़ की एकमात्र विद्यालय आशी बाई गोलछा शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय महासमुंद की 10 छात्राएं व उनके प्रभारी शिक्षक आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा अंतरिक्ष केंद्र से एसएसएलवी डी2 राकेट के सफल प्रक्षेपण के साक्षी बनकर शहर लौटे। आज शनिवार को चंचल साहू, फिजा परवीन, महिमा जांगड़े, नेहा यादव, राखी यादव, हिना साहू, मोक्षा ठाकुर, किरण साहू, तृप्ति साहू, रेणुका चंद्राकर अपने अटल टिकरिंग के प्रभारी शिक्षक चंद्रशेखर मिथलेश, प्राचार्य जीआर सिन्हा व व्याख्याता तोषण गिरी गोस्वामी के साथ संसदीय सचिव निवास पहुंचे। जहां संसदीय सचिव श्री चंद्राकर से मुलाकात कर छात्राओं ने अपने अनुभव बताए। एसएसएलवी डी 2 की ओर से इसरो के सैटेलाइट इओस 2 अमेरिका का जेनस 1 और 750 बालिकाओं के सहयोग से बने स्पेस किड्स इंडिया की सेटेलाइट आजादी सेट 2 का सफलतापूर्वक उनके कक्ष में स्थापित किया गया हैं।
अटल टिकरिंग के प्रभारी शिक्षक चंद्रशेखर मिथलेश ने बताया कि कक्ष में प्रवेश करने के 12 मिनट बाद से ही बच्चों के सेटेलाइट से संदेश आया नमस्ते वल्र्ड आजादी सैट सैटेलाइट के डाटा ट्रांसमिशन ने यह साबित कर दिया है कि आज के बच्चे विज्ञान और प्रौद्योगिकी के लिए बने हैं उनमें पूरी क्षमता है नए तकनीकों को सीखने उसे उपयोग में लाने की। छात्राओं ने आजादी सैट 2 के सैटेलाइट में चिप की प्रोग्रामिंग में अपना योगदान दिया है। इधर इस उपलब्धि पर संसदीय सचिव चंद्राकर ने बधाई देते हुए कहा कि छात्राओं ने न केवल जिले का बल्कि छत्तीसगढ़ प्रदेश का मान बढ़ाया है। उन्होंने छात्राओं के उज्जवल भविष्य की कामना की है।
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