नरवा विकास योजना का मुख्य उद्देश्य वन क्षेत्रों में भूजल संरक्षण करना : मोहम्मद अकबर

कवर्धा ,11 फरवरी । केबिनेट मंत्री तथा कवर्धा विधायक मोहम्मद अकबर ने बोड़ला विकासखंड के ग्राम महली में राज्य शासन की महत्वाकांक्षी नरवा विकास योजना के तहत 1 करोड़ 53 लाख रुपए की लागत से ओगरहा नाला विकास कार्य का भूमि पूजन किया। इस दौरान नीलकंठ चंद्रवंशी, जिला पंचायत सदस्य मुखीराम मरकाम, कृषि उपज मंडी अध्यक्ष नीलकंठ साहू, उपाध्यक्ष चोवाराम साहू, वन मंडलाधिकारी चूड़ामणि सिंह सहित अन्य जनप्रतिनिधि एवं ग्रामीण उपस्थित थे।

मंत्री अकबर ने कहा कि नरवा विकास योजना की शुरुआत छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा वन क्षेत्रों में भू जल संरक्षण का निर्माण करने के लिए की गई है। इस योजना के माध्यम से वन क्षेत्रों में भू संरक्षण का कार्य किया जाएगा। जिसके माध्यम से वन क्षेत्रों में स्थित नालों में पानी की किसी भी प्रकार की कमी नहीं होगी। उन्होंने कहा कि इस योजना का उद्देश्य वन्यजीवों को उनके रहवासी क्षेत्र में चारा पानी उपलब्ध कराया जाना है। जिसके माध्यम से आबादी क्षेत्रों में जंगली जानवर आकर्षित नहीं होंगे और लोगों की जान बच सकेगी। साथ ही साथ नरवा विकास योजना के तहत पेयजल एवं सिंचाई के साधन विकसित करने में मदद प्राप्त होगी।

केबिनेट मंत्री अकबर ने कहा कि क्षेत्रों में नालों पर भूजल संरक्षण कार्य के लिए विभिन्न संरक्षण का निर्माण किया जाएगा। जिससे वन भूमि के क्षरण को रोका जा सकेगा और जल भंडार में वृद्धि होगी। उन्होंने कहा कि इससे किसानों को सिंचाई करने में पानी की कमी का सामना नहीं करना पड़ेगा। नरवा विकास योजना के तहत राज्य के वन क्षेत्रों में भूजल संरक्षण करने के बाद किसान आसानी से सिंचाई कर सकेंगे एवं अपनी फसल को अच्छे से कर सकेंगे। सरकार द्वारा इस योजना को आरंभ करने का दूसरा मुख्य उद्देश्य है कि किसानों को सिंचाई के लिए अधिक से अधिक पानी उपलब्ध कराया जा सके। उन्होंने कहा कि गर्मियों के मौसम में कुआं, हैंडपंप और बोरवेल आदि में भी पानी के स्तर में कमी ना आए और किसान आसानी से खेती बड़ी कर सकें। इस योजना को आरंभ करने का मुख्य लक्ष्य है कि सालों भर जल की उपलब्धता बनी रहे और किसान आत्मनिर्भर व सशक्त बने।

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