रायपुर, 10 फरवरी । छत्तीसगढ़ कैडर के आईएएस अफसर अधिकारी नीरज कुमार बंसोड़ को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का निजी सचिव नियुक्त गया है। कैबिनेट कमेटी की मंजूरी के बाद केंद्रीय कार्मिक विभाग ने गुरुवार को नियुक्ति का आदेश जारी कर दिया। नीरज अगस्त 2022 से ही केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर हैं।
मूल रूप से महाराष्ट्र के नीरज कुमार बंसोड़ 2008 बैच के आईएएस अधिकारी हैं। स्कूल के दिनों से ही मेधावी रहे नीरज ने प्रोडक्शन इंजीनियरिंग में बीई किया है। उसके बाद उन्होंने निजी क्षेत्र में नौकरी की। उससे संतुष्ट नहीं हुए तो सिविल सेवा की तैयारी के लिए दिल्ली चले गए।
2007 में उन्होंने यूपीएससी से सिविल सेवा परीक्षा पास की। उसमें उनकी अखिल भारतीय रैंक 88 थी। उन्होंने IAS के रूप में बिलासपुर जिला पंचायत CEO, सुकमा कलेक्टर, जांजगीर-चांपा कलेक्टर सहित कई महत्वपूर्ण जिलों में सेवाएं दी हैं। 2022 में उनको केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर केंद्रीय सचिवालय में निदेशक बनाकर नियुक्त किया गया। सात महीने बाद उनको केंद्रीय गृह मंत्री के निजी सचिव के रूप में चैलेंजिंग जिम्मेदारी मिली है।
एसीसी की मंजूरी के बाद आदेश
आईएएस नीरज बंसोड़ को ये जिम्मेदारी एसीसी की मंजूरी के बाद दी गई है। दरअसल एसीसी यानी केंद्रीय कैबिनेट की चयन समिति ने ही उनके नाम पर 2 बिंदुओं में मुहर लगाई थी जिसमें कहा गया है कि नीरज सेंट्रल स्टाफिंग स्कीम के तहत डायरेक्टर के कार्यकाल में कटौती की जाती है। इसके साथ ही उन्हें केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के पर्सनल सेक्रेटरी के रूप में अपॉइंट किया जाता है।
प्रधानमंत्री अवॉर्ड के लिए भेजा गया था नाम
आईएएस नीरज बंसोड 2008 बैच के हैं और मूलत: महाराष्ट्र के गढ़चिरौली जिले के रहने वाले हैं। साल 2007 में यूपीएससी परीक्षा में उनकी ओवर ऑल रैंक 88 थी। छत्तीसगढ़ में कई बड़े ओहदे पर रहते हुए वे तब चर्चा में आए थे जब सुकमा कलेक्टर के रूप में उन्होंने बेहतर काम किया था। इसके लिए उनका नाम प्रधानमंत्री अवॉर्ड के लिए भेजा गया था। कवर्धा में कलेक्टर रहने के दौरान भोरमदेव महोत्सव का आयोजन किया गया। तब 10 साल बाद बड़ी प्लानिंग करते हुए आयोजन हुआ जिसके कारण एक बार फिर आईएएस नीरज बंसोड़ का नाम उभरा था।
जिला पंचायत सीईओ रह चुके हैं नीरज बंसोड़
नीरज बंसोड़ जांजगीर-चांपा जिले के भी कलेक्टर बने और उसके बाद भी कई खास पदों पर रहे। इससे पहले वे बिलासपुर जिला पंचायत में मुख्य कार्यपालन अधिकारी की जिम्मेदारी भी बखूबी निभा चुके थे। उनकी ढेरों उपलब्धियों को देखते हुए ही बीते साल डेपुटेशन में उन्हें केंद्रीय सचिवालय जाने का अवसर मिला और डायरेक्टर बनाए गए। वहीं अबकी बार उन्होंने एक और ऊंची छलांग लगाई और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह का पीएस (पर्सनल सेक्रेटरी) बनने का मौका हासिल किया है।
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