सुरक्षा कार्यशाला में मिली विद्युत दुर्घटना से बचाव व उसके उपायों की जानकारी

डोंगरगांव ,08 फरवरी  छत्तीसगढ़ स्टेट पाॅवर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड राजनांदगांव क्षेत्र ने डोंगरगांव उपसंभाग के मैदानी क्षेत्रों में सुरक्षित ढंग से कार्य करने विद्युत कर्मियों के लिए एकदिवसीय ‘‘सेफ्टी परेड’’ कार्यशाला का आयोजन किया। कार्यशाला में पाॅवर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड के अधीक्षण अभियंता एवं प्रभारी सुरक्षा अधिकारी (सेफ्टी आफिसर) रंजीत घोष द्वारा के द्वारा तकनीकी एवं ठेका कर्मचारियों को सुरक्षा मानकों का पालन करते हुए कार्य करने एवं लाइन मेन्टेनेंस तथा एरियर्स रिकवरी के उपायों के विशय में जानकारी दी गयी। घोष ने कहा कि ज्यादातर हादसे छोटी-छोटी लापरवाही से होते हैं, इसलिए बचाव के साधनोें का पूरा उपयोग कर ही बिजली का कार्य करना चाहिये। उन्होंने कहा कि थोड़ी से लापरवाही से जान जा सकती है इसलिए विद्युत सुरक्षा के बुनियादी सिद्धांतों को समझकर और पालन करके ही विद्युतीय दुर्घटनाएं रोकी जा सकती हैं। उन्होंने मैदानी अमलों को निर्देश देते हुए कहा कि विद्युत कनेक्शन में सहीं अर्थिंग बहुत महत्वपूर्ण है, ये बात सभी उपभोक्ताओं को बताएं और स्वयं भी इसकी जांच भी करें।  

डोंगरगांव उपसंभाग कार्यालय में आयोजित इस सुरक्षा सेमीनार में अधिकारियों ने कहा सुरक्षा का मूलमंत्र है, कि एक सेफ्टी जोन बनाकर कार्य करें। विद्युत लाइनों पर कार्य करने के पूर्व विधिवत परमिट लेकर सुरक्षा उपकरणों का प्रयोग करते हुए एबी स्वीच को ओपन कर लाइन को डिस्चार्ज कर लेवें, और यह भी सुनिश्चित कर लेवें कि किसी अन्य उपकेन्द्र से इस लाईन पर विद्युत प्रदाय तो नही किया जा रहा है यदि ऐसा है तो उसे दूसरे छोर से भी नो बैकफीड परमिट अवश्य ले तथा लाइन को बंद करावें। मोबाइल के माध्यम से कदापि परमिट ना लें। समस्त तकनीकी कर्मचारियों को सुरक्षा उपकरणों एवं उपायों का कड़ाई से पालन करने के निर्देष दिये। उन्होंने कहा कि विद्युत सुरक्षा के बुनियादी सिद्धांतों को समझकर और पालन करके ही विद्युतीय दुर्घटनाएं रोकी जा सकती हैं। सुरक्षा उपकरणों की नियमित तौर से जांच करें और खराब होने पर तत्काल बदलें।

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पाॅवर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड के अधिकारियों ने विद्युत कर्मियों से कहा कि अधिकारियों ने सुरक्षा उपकरण जैसे डिस्चार्ज रॉड, सेफ्टी बेल्ट, हेलमेट, टेस्टर, दस्तानों आदि के सुरक्षात्मक उपयोग के बारे में विस्तार से बताते हुए कर्मचारियों के द्वारा किस प्रकार इनका उपयोग करना है इनको प्रायोगिक तौर से दिखाया गया। इस दौरान तकनीकी कर्मचारियों द्वारा भी अपने सुरक्षा संबंधित अनुभव एवं कार्य के दौरान आने वाले परेशानियों को भी साझा किया गया। इस दौरान सहायक अभियंता जनक राम साहू, कनिष्ठ अभियंता ताम्रध्वज पिस्दा, श्रीमती भेनुका खरे, एन0के0 शुक्ला सहित डोंगरगांव उपसंभाग के कर्मचारी उपस्थित रहे।