आदर्श नरवा मिशन से ग्रामीणों को जोड़ने के लिए प्रचार प्रारंभ

बैकुण्ठपुर,03 फरवरी । आदर्ष नरवा विकास कार्य के लिए जनजागरूकता हेतु व्यापक प्रचार-प्रसार प्रारंभ कर दिया गया है। इसके लिए प्रत्येक चयनित स्थल की ग्राम पंचायतों में स्थानीय जनों को जल संचयन व संरक्षण के लिए जागरूक करने के लिए विशेष तौर रैली का आयोजन प्रारंभ कर दिया गया है। यह रैली जागरूकता के साथ जन जन तक जल के संरक्षण के महत्व को पहुंचाने का कार्य कर रही है।

साथ ही आदर्श नरवा मिशन कार्य के लिए विशेष तौर पर डिजाइन किए गए बड़े और पक्के नागरिक सूचना पटल भी तैयार किए गए हैं। इस संबंध में विस्तार से जानकारी देते हुए जिला पंचायत कोरिया की मुख्य कार्यपालन अधिकारी नम्रता जैन ने बताया कि सुराजी ग्राम योजना के तहत कोरिया एवं एमसीबी जिले में आदर्श नरवा विकास का कार्य कराया जा रहा है

यह भी पढ़े :-शहर की यातायात व्यवस्था के सुगम संचालन के संबंध में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने ली यातायात अधिकारियों की समीक्षा बैठक

इस कार्य को अलग पहचान देते हुए जन जागरूकता लाने के उद्देश्य से प्रदेश के मुख्यमंत्री जी की मंशानुरूप कोरिया एवं एमसीबी जिले के प्रत्येक विकास खण्ड में चिन्हांकित नरवा के लिए प्रचार प्रसार के साथ ही इसकी शुरुआत की जा रही है। कोरिया एवं एमसीबी जिले के पांचों जनपदों में एक एक चयनित नालों के विकास कार्य के लिए प्राक्कलन तैयार कर प्रस्तावों को प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान की जा रही है।

जिला पंचायत सीइओ ने बताया कि आदर्श नरवा मिशन  कार्य आरंभ के साथ ही इस मिषन से प्रत्येक ग्रामीण को जोड़ने के लिए जागरूकता रैली का आयोजन संबंधित ग्राम पंचायतों में किया जा रहा है। इसकी षुरूआत सोनहत जनपद पंचायत के ग्राम पंचायत ओदारी, बोड़ार और कुषहा से की गई है। यहां बड़ी संख्या में ग्रामीणों को नरवा विकास का महत्व समझाते हुए इस जल संरक्षण संवर्धन कार्य से प्रत्येक ग्रामीण को जोड़ने के लिए रैली का आयोजन किया गया।

इस जागरूकता रैली में ग्राम पंचायत के सरपंच, उपसरपंच, वार्ड पार्षद, तकनीकी सहायक, ग्राम रोजगार सहायक सहित अन्य ग्रामीण बड़ी संख्या में षामिल हुए। ग्राम पंचायत ओदारी, बोड़ार और कुषहा से होकर बहने वाले पनिकाबुड़ा नाले को सोनहत जनपद के आदर्ष नरवा मिषन के लिए चयनित किया गया है। इसकी कुल लंबाई 4 किलोमीटर 600 मीटर में जलसंरक्षण के कुल 26 कार्य प्रस्तावित किए गए है। यहंा कुल 707 हेक्टेयर भूमि को उपचारित करने के लिए कुल 1 करोड़ 96 लाख रूपए की लागत राषि खर्च की जाएगी।

यह भी पढ़े :-Raipur News : हज-2023 के लिए आवेदन की प्रक्रिया अगले सप्ताह से होगी शुरू : AP अब्दुल्लाहकुट्टी

कोरिया एवं एमसीबी जिलों में चयनित आदर्ष नरवा मिषन के कुल पांच नालों की कुल लंबाई 18 किलोमीटर से ज्यादा है तथा इनका कैचमेंट एरिया कुल 3 हजार 226 हेक्टेयर है। इन नालों में कुल 275 अलग अलग कार्य प्रस्तावित किए गए हैं जिनकी कुल लागत 5 करोड़ 23 लाख रूपए है। इन पांच नालों के विकास कार्य के लिए पूरे कैचमंट एरिया का सर्वे कराकर कार्ययोजना बना ली गई है।

इनमें एरिया ट्रीटमेंट सहित अनेक कार्य होंगे और इससे नालों को पुनर्जीवित कर बारहमासी जलस्रोतों का आकार दिया जाएगा। इनके प्रस्तावित कार्यों का व्यापक प्रचार करने के उद्देष्य से आठ गुणा दस फीट उंचे बड़े आकार के नागरिक सूचना पटल भी बनाए जा रहे है ताकि हर किसी को इस व्यापक जनअभियान के प्रति जागरूक किया जा सके।