नई दिल्ली। भारत के 74वें गणतंत्र दिवस पर देश में पहली इंट्रानेजल कोविड-19 वैक्सीन इनकोवैक लॉन्च हो गई है। इसी के साथ वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के खिलाफ एक और हथियार तैयार हो गया है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया और विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री जितेंद्र सिंह ने भारत बायोटेक के नाक संबंधी कोविड टीके iNCOVACC का शुभारंभ किया।
दुनिया का पहला मेड-इन-इंडिया इंट्रानेजल वैक्सीन को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया के आवास पर लॉन्च किया गया। आपको बता दें कि नाक के टीके – BBV154 – को नवंबर में ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) से वयस्कों के बीच विषम बूस्टर खुराक के रूप में प्रतिबंधित आपातकालीन उपयोग के लिए मंजूरी मिली थी।
भारत बायोटेक द्वारा पहले जारी किए गए एक बयान के अनुसार, ‘iNCOVACC’ नेजल कोविड वैक्सीन की कीमत निजी बाजारों के लिए 800 रुपये है, जबकि भारत सरकार और राज्य सरकारों को आपूर्ति के लिए 325 रुपये है। बता दें कि iNCOVACC एक पूर्व-संलयन स्थिर स्पाइक प्रोटीन के साथ एक पुनः संयोजक प्रतिकृति की कमी वाले एडेनोवायरस वेक्टरेड वैक्सीन है। हैदराबाद स्थित टीका निर्माता ने इसके बारे में बताया था कि इस टीके का चरण I, II और III नैदानिक परीक्षणों में सफल परिणामों के साथ मूल्यांकन किया गया था।
वहीं दूसरी तरफ दिल्ली में सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के निदेशक प्रकाश कुमार सिंह ने आज अपने आवास पर केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह के समक्ष सर्वाइकल कैंसर की पहली स्वदेशी ह्यूमन पैपिलोमा वायरस (HPV) वैक्सीन Cervavac भेंट की।
केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने वैक्सीन की खासियत बताते हुए कहा, ‘इसे SII के सहयोग से जैव प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा विकसित किया गया था। खासतौर पर महिलाओं के लिए अगर उपलब्ध करा दिया जाए तो सर्वाइकल कैंसर के कारण उन्हें होने वाली कठिनाई को दूर किया जा सकता है। यह गर्व की बात है कि यह पूरी तरह से स्वदेशी वैक्सीन है।
बता दें कि SII के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अदार पूनावाला ने मंगलवार को सर्वाइकल कैंसर से बचाव के लिए पहली देश में निर्मित एचपीवी वैक्सीन ‘सर्वावैक’ लांच करने की घोषणा की थी। इस वैक्सीन को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, पूनावाला और सीरम इंस्टीट्यूट में सरकार व नियामक मामलों के निदेशक प्रकाश के. सिंह की उपस्थिति में लांच किया गया था।
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