हितग्राहियों की जुबानी झोपड़ी से पक्के मकान तक की कहानी

दंतेवाड़ा, 20 जनवरी I प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण से कई ग्रामीणों की जिंदगी बदल रही है। अब हर व्यक्ति का पक्के मकान का सपना साकार हो रहा है ऐसे ही अपने पक्के आवास का सपना देखा था ग्राम पंचायत बिंजाम की रहने वाली फुनकी बताती हैं वे पहले वे अपने पुराने घर में रहती थी। जो कि बारिश से उनका घर गिर गया था। ऐसे स्थिति में पक्का आवास की कल्पना कर पाना मुश्किल था। परन्तु इस कल्पना को साकार किया प्रधानमंत्री आवास योजना ने। आपको बताते दे कि फुनकी एक बुजुर्ग विधवा महिला हैं फुनकी के पति की मृत्यु पूर्व में हो चुकी थी ऐसे में अकेले जीवन काटना मुश्किल था परन्तु बुजुर्ग महिला ने अपने हौसले से अपना जीवन जिया, फुनकी की आयु आज 55 वर्ष से अधिक की है उनके परिवार में उनके बेटे बहू और पोते-पोतियां हैं।

वे बताती है उन्हें वर्ष 2018-19 में प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ दिया गया है। इस योजना के तहत एक लाख 30 हजार रूपये की राशि प्राप्त हुई। फलस्वरूप आज फुनकी अपने परिवार के साथ एक पक्के मकान में रहती है। फुनकी अपने पुराने दिनों को याद कर भावुक हो जाती है। वे कहती है कि मेरे पति ने झोपड़ी में अपने दिन काट दिये उन्होंने भी अच्छे घर में रहने का सपना देखा था काश उनके रहते मेरा सपना पूरा होता वो आज हमारे बीच नहीं है पर जहा भी होंगे हमें देख रहे होगें। उसका कहना है कि इसके लिए वह हमेशा शासन का आभारी रहेगी।

आवास योजना एक सुखमय जीवन का संदेश लेकर आयी है इसी तरह हिरानार के रहने वाले रामलाल को वर्ष 2019-20 में प्रधानमंत्री आवास योजना से लाभ मिला वे कहते है कि उन्हें चार किस्तों में राशि मिलने से वे अपना घर बनाना शुरू किया और उनका एक साल में पक्का घर बनकर तैयार हो गया वे अपने परिवार के साथ सकुशल जीवन व्यतीत कर रहे है। ऐसे ही प्रदेश के हजारों ग्रामीणों के पक्के मकान में रहने के सपने को प्रधानमंत्री आवास योजना ने सच कर दिखाया है।

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