नई दिल्ली ,19 जनवरी । भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे ओलंपियन पहलवान बजरंग पुनिया, साक्षी मलिक, विनेश फोगाट और अन्य शीर्ष भारतीय पहलवानों ने बुधवार रात पुरानी दिल्ली के चांदनी चौक स्थित एक मंदिर में बिताई। सभी पहलवान देर रात तक जागते रहे। वे आंदोलन की आगे की योजना पर चर्चा कर रहे थे। वे सोशल मीडिया पर संदेश साझा कर रहे थे और अधिक से अधिक पहलवानों और भारत के लोगों से गुरुवार को जंतर-मंतर पर शामिल होने का अनुरोध कर रहे हैं।
आगे बताया गया कि, भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) के कुछ वरिष्ठ अधिकारियों ने भी उनसे मंदिर में मुलाकात की। आज सुबह उन्होंने प्रसाद खाया और अपना विरोध जारी रखने के लिए जंतर-मंतर के लिए रवाना हो गए। विनेश ने कहा कि उन्हें बृजभूषण शरण सिंह द्वारा मानसिक उत्पीड़न का शिकार होना पड़ा, जिसके बाद हमने आत्महत्या के बारे में भी सोचा था।
इससे पहले खेल मंत्रालय ने बुधवार को भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) से अगले 72 घंटों के भीतर स्पष्टीकरण मांगा, जब विनेश फोगाट ने खेल निकाय के कोचों और अध्यक्ष बृज भूषण शरण सिंह के खिलाफ महिला पहलवानों के यौन उत्पीड़न के गंभीर आरोप लगाए। एशियाई खेलों और राष्ट्रमंडल खेलों के स्वर्ण पदक विजेता बुधवार को पत्रकारों से बात करते हुए रो पड़े क्योंकि ओलंपिक पदक विजेता साक्षी मलिक और बजरंग पुनिया सहित 30 से अधिक पहलवानों ने यहां जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन किया।
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