मालदीव 19 जनवरी । विदेश मंत्री डॉक्टर जयशंकर ने भारत और मालदीव की मजबूत साझेदारी को रेखांकित करते हुए कहा है कि क्षेत्र में शांति और सुरक्षा बनाए रखने में दोनों देशों की जिम्मेदारी है। डॉक्टर जयशंकर मालदीव और श्रीलंका की तीन दिन की यात्रा पर हैं। डॉक्टर जयशंकर ने मालदीव के विदेश मंत्री अब्दुल्ला साहिद के साथ बैठक में मौजूदा परियोजनाओं की समीक्षा की। दोनों देशों ने सहमति पत्रों पर भी हस्ताक्षर किए।
इनमें उच्च प्रभाव वाली सामुदायिक विकास परियोजनाओं के लिए दस करोड़ रुफिया के अतिरिक्त अनुदान का सहमति पत्र भी शामिल है। बाद में शाम को डॉक्टर जयशंकर ने मालदीव के राष्ट्रपति इब्राहिम सालिह से मुलाकात की और हनीमाधू अंतर्राष्ट्रीय विमानपतन विकास परियोजना के शुभारंभ समारोह में भी हिस्सा लिया। इस परियोजना के लिए भारत की ओर से ऋण दिया गया है, जिससे नया टर्मिनल बनाया जाएगा। इस टर्मिनल से हर वर्ष 13 लाख यात्रियों की आवाजाही हो सकेगी।
डॉक्टर जयशंकर ने ग्रेटर माले संपर्क परियोजना समेत भारत के सहयोग से चल रही अनेक परियोजनाओं की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि इन परियोजनाओं से लोगों के जीवन में वास्तविक परिवर्तन आया है। कल सहमति पत्रों पर हस्ताक्षर दोनों देशों के बीच विकास की मजबूत साझेदारी का परिचायक है। डॉक्टर जयशंकर आज फोकाईधू में एक सांस्कृति केंद्र का उद्घाटन करेंगे और उसके बाद कोलंबो के लिए रवाना हो जाएंगे जहां श्रीलंका के नेताओं से उनकी मुलाकात होगी।
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