कोरबा में जल जीवन मिशन बना भ्रष्टाचार का मिशन, PHE के अफसरों की अनदेखी, ठेकेदारों की लापरवाही से करोड़ों की योजनाओं में एक बूंद नहीं मिला पानी, CM के आगमन स्थल रंजना,जवाली ढुरेना में जनता प्यासी, करेंगे शिकायत, नपेंगे जिम्मेदार….देखें वीडियो में जनाक्रोश….

कोरबा । जल जीवन मिशन को पीएचई के अफसरों ने भ्रष्टाचार का मिशन बनाकर रख दिया है । ठेकेदारों के साथ सांठगांठ कर करोड़ों के काम रेवड़ी की तरह बांट दिया गया। नतीजन करोड़ों के कार्यों में जमकर भ्रष्टाचार किया जा रहा ,और जेब भरे होने की वजह से अफसरों ने धृतराष्ट्र की तरह आंखे मूंद ली है। हसदेव एक्सप्रेस की पड़ताल में मंगलवार को सीएम के भेंट मुलाकात कार्यक्रम के तहत प्रस्तावित ग्राम रंजना से लेकर जवाली ,ढुरेना में तमाम खामियां मिली। रंजना में आधे वार्डों में जलापूर्ति शुरू नहीं हो पाई तो जवाली ,ढुरेना में योजना निर्धारित मियाद के बाद भी आधी अधूरी है , विभाग की अव्यवस्था लापरवाही से आहत जल संकट से जूझ रहे ग्रामीण मंगलवार को प्रदेश के मुखिया के समक्ष जिम्मेदारों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग करेंगे।

जल जीवन मिशन की महती योजना आदिवासी बाहुल्य कोरबा जिले में दम तोड़ रही। ठेकेदार एवं विभागीय अधिकारियों का ऐसा गठजोड़ हुआ है कि योजना कागजों में तो बेहतर दिख रही है लेकिन जमीनी हालात इससे बिल्कुल इतर हैं।हसदेव एक्सप्रेस की पड़ताल में योजना की स्थिति भयावह नजर आई। बात करें मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की भेंट मुलाकात कार्यक्रम के प्रस्तावित स्थल रंजना की तो यहाँ रामसागर पारा (बांध पारा )में तो लाखों की योजना में इस मोहल्ले के अधिकांश बाशिंदों को एक बूंद तक पानी नसीब नहीं हुई। पीएचई के अफसरों की मानें तो योजना की पूर्णता समयावधि मार्च 2023 तक है। लेकिन आधे से वार्डों को जलापूर्ति होने से इन दलीलों में भी दम नजर नहीं आया। ग्रामीण पड़ोसियों के यहाँ बोरवेल से या फिर दूर हैंडपंप से पानी लाने मजबूर हैं।

अब बात करें जवाली और ढुरेना की तो इन दोनों ग्रामों में जलापूर्ति का काम मैसर्स ज्योति इलेक्ट्रॉनिक्स ही कर रही ,यह वही फर्म है जो 1 करोड़ 57 लाख की लागत से मोरगा में जल जीवन मिशन का कार्य तकनीकी गुणवत्ता को हाशिए पर रखकर कर रही जिसकी ग्राउंड रिपोर्ट हमने ही शासन -प्रशासन एवं जनता के समक्ष लाई थी। यही फर्म पाली ब्लॉक के कोरबी में भी 2 करोड़ 87 लाख 10 हजार की लागत से स्वीकृत कार्य कर रही ,जिसके कार्य की गुणवत्ता दोयम दर्जे के होने की शिकायतें आमजन से लगातार प्राप्त हो रही।

इस तरह यह एक फर्म ही 8 करोड़ 77 लाख का 4 योजनाओं का काम कर रही। बात करें जवाली की तो यहाँ 20 प्रतिशत एवव में 2 करोड़ 11 लाख 54 हजार की लागत से तो ढुरेना में 15 प्रतिशत एवव के साथ 2 करोड़ 20 लाख 64 हजार की लागत से जल जीवन मिशन के तहत घर घर मे जल प्रदाय किए जाने का कार्य किया जा रहा। दोनों ही गांवों में योजना आधी अधूरी है। 6 माह से नल कनेक्शन शो पीस बने हुए हैं। कहीं कहीं नल से टोंटी ही गायब हो गए।

गरीब ग्रामीण पेयजल के लिए पड़ोसी एवं घरों से दूर स्थापित हैण्डपंप पर निर्भर हैं। कई जगह हैंडपंप के क्रियाशील नहीं होने की स्थिति में कुंआ से ग्रामीणों को अपनी प्यास बुझानी पड़ रही। कुछ लोगों ने प्यास बुझाने कर्ज लेकर निजी हैंडपंप लगाया। जो जल जीवन मिशन की व्यवस्था से खासे नाराज नजर आए। एसडीओ हर्ष कवीर की मानें तो जवाली में पीडब्ल्यूडी एवं पीएमजीएसवाई के सड़क की पेंच की वजह से दिक्कतें आई। वहीं ढुरेना में बिजली की समस्या से योजना आगे नहीं बढ़ पाई। फर्मों को शासन से 4 माह बाद राशि प्राप्त होने के बाद भुगतान होने की वजह से भी कार्य में विलंब होना प्रमुख वजह बताई जा रही ।बहरहाल दलीलें जो भी हो ग्रामीणों को बुंदभर भी पानी नसीब नहीं हुआ यही वास्तविकता है जिससे व्यथित ग्रामीण प्रदेश के मुखिया के समक्ष इसकी शिकायत करेंगे।

एक एक फर्मों को आधा -आधा दर्जन काम ,किस्मत या टेंडर हुआ शेटल !

जल जीवन मिशन योजना के तहत आदिवासी बाहुल्य कोरबा जिले में गत वित्तीय वर्ष 2021 -22 तक जारी हुए प्रशासकीय स्वीकृति आदेशों को ही देखें तो 3 ऐसे फर्म हैं जिन्हें 4 से 5 काम मिले हैं। इनमें धर्मेंद्र कुमार जायसवाल ,सुरेंद्र प्रसाद जायसवाल, रितिवॉटर सॉल्यूशन ,अदिति बोरवेल्स एवं ज्योति इलेक्ट्रॉनिक्स शामिल हैं। बात करें फर्म धर्मेंद्र कुमार जायसवाल की तो पता नहीं पाली ब्लॉक में उनकी किस्मत इस कदर मेहरबान रही या कहीं से कुछ और माया चली कि इन्हें नोनबिर्रा,नुनेरा, बसीबार ,बोईदा ,कोडार,गोपालपुर एवं मुरली कुल 7 काम मिल गए । जल जीवन मिशन के इन सातों कार्यों की कुल लागत 6 करोड़ 36 लाख 95 हजार की है। बात करें सुरेंद्र प्रसाद जायसवाल की तो इस फर्म को कुल 5 कार्य मिले हैं। इनमें माँगामार ,सिरली,मदनपुर ,कपोट एवं
केराकक्षार शामिल हैं। इन पांचों कार्यों की कुल लागत 7 करोड़ 71 लाख 4 हजार की है। रिति वॉटर सॉल्यूशन को 2 कार्य मिले हैं इनमें चोटिया ,बनिया, जलके ,कोरबी ,परला सहित 11 गांव की समूह जल प्रदाय धनरास हुंकरा सहित 5 गांव की संयुक्त जल प्रदाय का कार्य मिला है। जिसकी लागत 2 करोड़ 92 लाख 3 हजार रुपए की है। अदिति बोरवेल्स को कुछ 5 काम मिले हैं। इनमें भिलाईबाजार ,फुलसरी,फरसवानी, शामिल है जिन्हें कुल 3 करोड़ 53 लाख 82 हजार का काम दिया गया है। मेसर्स ज्योति इलेक्ट्रॉनिक्स को कुल सर्वाधिक 8 करोड़ 77 लाख के 4 योजनाओं का काम दिया गया है। इनमें मोरगा,जवाली ,ढुरेना एवं कोरबी शामिल है।

जानें हितग्राहियों का क्या कहना 👇

पड़ोसियों के यहाँ से लाती हूँ पानी ,अधिकारी सुध तक नहीं लिए

6 माह से नल बिना टोंटी के लगाकर चले गए हैं। घरवालों की प्यास बुझाने के लिए पड़ोसियों के यहाँ से पानी लाती हूँ।पानी की विकट समस्या है। अधिकारी सुध लिए ही नहीं। सीएम सर के समक्ष समस्या रखेंगे।

पगरिया बाई ,रामसागरपारा ,रंजना

6 माह हो गया लगे एक बूंद नहीं मिला पानी,सीएम से करेंगे शिकायत

6 माह से कनेक्शन लगा शो पीस जैसे छोंड़ दिए । घर तक एक बूंद नहीं पहुँचा। बहुत परेशानी हो रही। अधिकारी आए थे देखकर बिना जवाब दिए चले गए। मुख्यमंत्री जी से शिकायत करेंगे।

राधाबाई ,रामसागरपारा ,रंजना

मुख्यमंत्री से मांगेंगे पानी

बरसात से पहले लगाए आज तक जंग खाते पड़ा है नल कनेक्शन। पानी कब मिलेगा पता नहीं। अधिकारी देखने तक नहीं आए।
अब रंजना जाएंगे,मुख्यमंत्री से पानी मांगेंगे।

श्याम बाई ,जवाली

कर्ज लेकर हैंडपंप खुदवाना पड़ा,सीएम से मांगेंगे जवाब

जब यही करना था तो क्यों लगाए। 6 माह हो से अधिक हो गया काम शुरू हुए एक बूंद पानी नहीं मिला । प्यास बुझाने कर्ज लेकर हैण्डपम्प लगवाना पड़ा। कल मुख्यमंत्री से जवाब मांगूंगी।

तीजकुंवर,मौहारपारा जवाली

तकलीफ हुई तो खुद बोर करवाए

पाइप तक नहीं बिछाए अब तक । ऐसी स्थिति बेहद निराशाजनक है। घर घर पानी पहुंचाना था पर योजना लापरवाही की भेंट चढ़ गई। तकलीफ हुई तो बोर करवाए

देवकुमारी मौहारपारा,जवाली

साल भर से शो पीस बना है ,सीएम से करूंगी शिकायत

नल कनेक्शन साल भर से शो पीस बना है। बिना पानी इसका क्या उपयोग। पड़ोसियों के यहाँ से पानी लाना पड़ रहा। कल हम भी मुख्यमंत्री जी के पास ग्राम रंजना में शिकायत दर्ज करवाएंगे।

रतन बाई ,ढुरेना

लगवाने का मन नहीं था जबरदस्ती लगवाए ,आज ढलती उम्र में पड़ोसियों पर आश्रित

मेरी उम्र ऐसी नहीं कि बाहर से पानी लाऊं,लेकिन मजबूर हूँ । मना की थी मत लगाओ बोले फ्री में लग रहा अम्मा लगवा लो ,आज साल भर से जंग खाते पड़ा है कनेक्शन टोंटी गायब है ,पानी नसीब नहीं हुई। पुरानी सरकारी बोर भी खराब है।पड़ोसियों पर आश्रित हो गई हूँ।।

सुमिरन बाई ,ढुरेना

बड़ी परेशानी हो रही ,उपयोगहीन पड़ा है

नल कनेक्शन उपयोगहीन पड़ा है। बहुत परेशानी उठानी पड़ रही। आंगन की जगह भी व्यर्थ चला गया। पड़ोसियों पर हम लोग भी आश्रित हैं। सीएम सर संज्ञान लें।

रामकुमारी कंवर ,ढुरेना

वर्जन

वोल्टेज प्रॉब्लम्स,सड़क विवाद की वजह से दिक्कतें आई,व्यवस्था दुरुस्त कर रहे,

बिजली समस्या की वजह से ढुरेना की योजना के पूर्ण होने में कुछ विलंब हुआ।जवाली में दो विभागों के सड़क विवाद की वजह से विलंब हुआ। रंजना में मार्च तक समयावधि है। अभी कई जगह टेस्टिंग पूरा नहीं हुआ है। कार्य प्रगतिरत है ठेकेदारों को विलंब के लिए पेनाल्टी लगा रहे हैं। फाईनल बिल भुगतान होने तक हर अधूरे कार्य पूरा करना होगा।

हर्ष कवीर ,एसडीओ कटघोरा सब डिवीजन ,पीएचई

[metaslider id="122584"]
[metaslider id="347522"]