नई दिल्ली,15 जनवरी । 15 जनवरी को देश भर में थल सेना दिवस मनाया जा रहा है। इस बार पहली दफा दिल्ली के बाहर बेंगलुरु में परेड कार्यक्रम आयोजित किया गया है। इस मौके पर जनरल मनोज पांडे बेंगलुरु के गोविंदस्वामी परेड ग्राउंड में कार्यक्रम में शामिल हुए। इस मौके पर उन्होंने अपना संबोधन भी दिया। सेना प्रमुख ने कहा कि पहली बार आर्मी डे परेड और इससे जुड़े अन्य कार्यक्रम राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के बाहर आयोजित किए जा रहे हैं। इसने सेना को लोगों से जुड़ने का एक सुनहरा अवसर दिया है। मुझे विश्वास है कि इससे हमारे संबंध और भी मजबूत होंगे।
सेना ने दृढ़ता से हर तरह की चुनौतियों का सामना किया: सेना प्रमुख
सेना प्रमुख ने कहा कि पिछले साल सेना ने सुरक्षा संबंधी चुनौतियों का दृढ़ता से सामना किया और सीमाओं की सक्रिय और मजबूती से सुरक्षा सुनिश्चित की। सेना ने क्षमता विकास, बल पुनर्गठन और प्रशिक्षण में सुधार के लिए कदम उठाए। इसने भविष्य के युद्धों के लिए अपनी तैयारियों को और मजबूत किया।
हर भारतीय को हमारी सेना पर गर्व: प्रधानमंत्री मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को सेना दिवस के मौके पर भारतीय सेना की तारीफ की। उन्होंने कहा कि सैनिकों ने हमेशा देश को सुरक्षित रखा है। संकट के समय सेवा के लिए व्यापक रूप से उनकी प्रशंसा की जाती है। प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट किया कि सेना दिवस पर मैं सभी सैन्यकर्मियों, भूतपूर्व सैनिकों और उनके परिवारों को शुभकामनाएं देता हूं। प्रत्येक भारतीय को हमारी सेना पर गर्व है। उन्होंने हमेशा हमारे देश को सुरक्षित रखा है।
क्यों मनाया जाता है सेना दिवस?
फील्ड मार्शल के एम करियप्पा के 15 जनवरी 1949 को अपने ब्रिटिश पूर्ववर्ती के स्थान पर भारतीय सेना के पहले भारतीय कमांडर-इन-चीफ का पदभार संभालने के उपलक्ष्य में सेना दिवस मनाया जाता है।
[metaslider id="347522"]