डॉ. प्रकाश अनंत ने छत्तीसगढ़ में पौष पूर्णिमा पर मनाया जाने वाला लोकपर्व छेरछेरा की प्रदेशवासियों को दी बधाई व शुभकामनाएं

रायपुर, 06 जनवरी । डॉ प्रकाश अनंत ने कहा, छत्तीसगढ़ में अन्न दान महापर्व छेरछेरा धूमधाम के साथ मनाया जाता है। यह पर्व नई फसल के खलिहान से घर आ जाने के बाद मनाया जाता है। इस दौरान लोग घर-घर जाकर अन्न का दान माँगते हैं। वहीं गाँव के युवक घर-घर जाकर डंडा नृत्य करते हैं।

लोक परंपरा के अनुसार पौष महीने की पूर्णिमा को प्रतिवर्ष छेरछेरा का त्योहार मनाया जाता है। धान मिंसाई हो जाने के चलते गाँव में घर-घर धान का भंडार होता है, जिसके चलते लोग छेर छेरा माँगने वालों को दान करते हैं।

डॉ प्रकाश अनंत ने कहा, आज के दिन ग्रामीण क्षेत्रो में द्वार-द्वार पर ‘छेरछेरा, कोठी के धान ल हेरहेरा’ की गूँज सुनाई देगी। यह उत्सव कृषि प्रधान संस्कृति में दानशीलता की परंपरा को याद दिलाता है। उत्सवधर्मिता से जुड़ा छत्तीसगढ़ का मानस लोकपर्व के माध्यम से सामाजिक समरसता को सुदृढ़ करने के लिए आदिकाल से संकल्पित रहा है।

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