कोण्डागांव 04 जनवरी | महिलाओं को रोजगार से जोड़कर आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से राज्य सरकार द्वारा राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन बिहान का शुभारंभ किया गया है। इन महिलाओं को सशक्त और आत्मनिर्भर बनाने के लिए सरकार के ओर से हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। आज बिहान की महिलाएं समूह से जुड़कर सफलता की नयी कहानियां लिख रही है तथा अपने सपने को पंख दे कर नयी उड़ान भरने को तैयार है। बिहान से जुड़ कर गांव की महिलाएं अपना स्वरोजगार स्थापित कर पारिवारिक खर्चों में हाथ बटा रही हैं साथ ही परिवार और समाज में अपना एक अलग पहचान भी बना रही है।
कोण्डागांव जनपद पंचायत के चिपावण्ड क्लस्टर के अंतर्गत ग्राम पंचायत पलारी में 21 बिहान समूहों का गठन किया गया है। जिससे यहां के 225 परिवार जुड़ चुके है। इन्हीं में से एक प्रगतिशील समूह गायत्री स्व सहायता समूह की महिलाओं द्वारा कोण्डागांव जिला पंचायत परिसर में कैंटीन का संचालन किया जा रहा है। इस समूह में कुल 10 महिलाएं कार्यरत हैं। समूह द्वारा जिला पंचायत एवं जिला कार्यालय में कार्यरत कर्मियों के साथ इन कार्यालयों में अपने कार्य हेतु आने वाले आगंतुकों को शुद्ध एवं स्वादिष्ट भोजन कराते है।
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इस संबंध मंे समूह की अध्यक्ष हीरादेवी बघेल बताती हैं कि समूह में जुड़ने से पहले वे सभी पारंपरिक रूप से खेती-किसानी और मेहनत मजदूरी कर अपना जीवनयापन किया करते थे, जिस कारण सभी की आर्थिक स्थिति बहुत कमजोर थी। जहां उन्हे बिहान के अधिकारियों द्वारा कैंटिन संचालन के लिए प्रेरित किया गया। जिसके बाद उन्होने बिहान योजना अंतर्गत समूह निर्माण कर स्वयं का व्यवसाय 2018 में प्रारंभ किया। प्रारंभ में बिहान योजनांतर्गत उन्हे 15 हजार रूपये की अनुदान राशि एवं जिला पंचायत के निकट संचालन हेतु भूमि उपलब्ध करायी गयी थी। इसके साथ 60 हजार रूपये सामुदायिक निवेश कोष के द्वारा निम्न ब्याज दर पर प्राप्त हुआ जिससे उन्होने कैंटिन संचालन प्रारंभ किया था। जिससे उन्हें अतिरिक्त आय का साधन मिल गया और वे निरंतर आर्थिक रूप से सशक्त हो रही है।
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समूह की सदस्य उमेश्वरी देवांगन ने बताया कि कैंटिन के माध्यम से यहां सुबह के नाश्ते से लेकर दोपहर का भोजन एवं कार्यालयों में होने वाले शासकीय कार्यक्रमों हेतु स्वल्पाहार भी बनाया जाता है। जिससे हमें अच्छी आय प्राप्त हो रही है। वर्ष 2021-22 में समूह को लगभग 30 हजार से 40 हजार रुपये प्रतिमाह की आय प्राप्त हुई थी। जो की वर्ष 2022-23 में बढ़कर लगभग 50 से 60 हजार रुपये प्रतिमाह हो गयी है। इसके अतिरिक्त बीच कैंटिन के विस्तार एवं शेड निर्माण के लिए योजनांतर्गत ही बैंक से 02 लाख तथा ऋण अदायगी पर 03 लाख रुपयों का अतिरिक्त ऋण भी प्राप्त हुआ। जिससे कैंटिन में बैठने एवं कैंटिन की सुरक्षा हेतु फैंसिग कार्य कराया गया। प्राप्त ऋण के भुगतान हेतु प्रतिमाह आय से अंश राशि एकत्रित कर समूह द्वारा अब बैंक ऋण का पूर्ण भुगतान कर दिया है।
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वर्तमान में समूह द्वारा अपने व्यवसाय को आगे बढ़ाने के लिए बैंक से 6 लाख रुपए का ऋण लिया गया है। आने वाले समय में समूह के सदस्यों द्वारा टेंट हाऊस खोलकर समूह की आर्थिक स्थिति को और सुदृढ़ करने के तथा व्यवसाय बढ़ाने की योजना तैयार की गयी है। ताकि सदस्यों की प्रति व्यक्ति आय में वृद्धि की जा सके। समूह की महिलाएं बताती है कि बिहान से जुड़ने के पश्चात वे सभी अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा प्रदान करने के साथ पारिवारिक खर्चों में भी अपना योगदान प्रदान कर पा रही है। जिससे वे सभी बहुत खुश हैं तथा आत्मनिर्भर बनकर गर्व से जीवन यापन कर रही है।
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