सेक्टर 6 के स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल में शुरू हुई तीन दिवसीय एस्ट्रो शाला
रात का दिशा सूचक ध्रुव तारा तो सुबह सूर्य अपने उगने और अस्त होने से देता है, दिशा का ज्ञान
स्काई व्यू एंड्राइड एप्लीकेशन बना बच्चों का एस्ट्रो ट्युटर
रायपुर4 जनवरी | भिलाई सेक्टर 6 के स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल में आज से तीन दिवसीय एस्ट्रो शाला की शुरुआत हुई, जिसमें सेजेस के विद्यार्थियों ने 110 गुना जूमिंग कैपेसिटी वाले रिफ्लेक्टिव टेलीस्कोप से चंद्रमा और जुपिटर ग्रह को देखा। स्टार गेजिंग में आकाशगंगा से लेकर खगोलीय घटनाओं के प्रत्यक्षदर्शी बने सेजेस के विद्यार्थी। सेजेस के बच्चों के लिए ये अनुभव किसी सपने के पूर्ण होने जैसा था। दुर्ग जिले में सेक्टर 6 में स्थित आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल पहला स्कूल बन गया है, जहां एस्ट्रोनॉमी लैब से बच्चे इस दुनिया के परे दूसरी दुनिया से परिचित हो पाएंगे। इसी की शुरुआत आज स्टार गैजिंग इवेंट को लेकर हुई। जिसमें विद्यार्थियों ने 50 हजार रुपए से लेकर 1 लाख रुपए तक के ट्यूबलरनुमा रिफ्लेक्टिंग टेलीस्कोप से खगोलीय विज्ञान को समझने की कोशिश की। बच्चों ने इस टेलीस्कोप से आज चंद्रमा और जुपिटर ग्रह को अपनी आंखों के ठीक सामने पाया।
इस अवसर पर छत्तीसगढ़ अमेचर एस्ट्रोनॉमी क्लब के कोऑर्डिनेटर राजेश लोहिया ने स्कूली विद्यार्थियों को अंतरिक्ष में होने वाली खगोलीय घटक और उनकी घटनाओं के विषय में जानकारी उपलब्ध कराई। उन्होंने बच्चों को समझाया कि ब्रह्मांड में ग्रह पृथ्वी में हम दोनों के दोनों ऑर्बिट में है इसलिए दोनों की पोजीशन में निरंतर बदलाव होता रहता है। पृथ्वी अपने ही स्थान में घूर्णन भी कर रही है और सूर्य की परिक्रमा भी कर रही है। उन्होंने उपस्थित बच्चों को पुराने समय के लोग सुबह के समय सूर्य को और रात के समय ध्रुव तारे को किस प्रकार दिशा सूचक के रूप में प्रयोग करते थे इनकी जानकारी भी दी।
स्काई व्यू एंड्राइड एप्लीकेशन बना बच्चों का एस्ट्रो ट्युटर विद्यार्थियों को स्काई व्यू नामक एंड्राइड एप्लीकेशन के बारे में भी जानकारी दी गई।इस एप्लीकेशन के माध्यम से बच्चे अपने मोबाइल को आकाश की ओर दिशा देकर किसी भी खगोलीय पिंड के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। कोऑर्डिनेटर ने बताया कि यह एप्लीकेशन एक प्रकार से बच्चों के लिए एक एस्ट्रो ट्युटर की भांति कार्य करता है।खगोलीय विज्ञान की दुनिया को विद्यार्थी बेहतर तरीके से समझे और इसे भविष्य में अपने कैरियर के रूप में अपनाएं इसके लिए कलेक्टर पुष्पेंद्र कुमार मीणा ने नवाचार करने के निर्देश दिए थे। जिसके तहत एस्ट्रोनॉमी इवेंट और एस्ट्रोनॉमी लैब को लेकर नगर निगम भिलाई के आयुक्त रोहित व्यास द्वारा अनुपम पहल की गई। इस पहल की नगर निगम भिलाई के महापौर नीरज पाॅल ने भी सहराना की है।इस अवसर पर प्रशिक्षु आईएएस सहायक कलेक्टर लक्ष्मण तिवारी, जिला शिक्षा अधिकारी अभय जयसवाल ,सेजेस की प्राचार्य श्रीमती दलजीत कोराड़ा, एस्ट्रो लाइफ डेवलपर सुश्री अनुष्ठा दास वैष्णव, एस्ट्रोलाइफ डिजाइनर अतुल जिंदल व सेजेस के अन्य शिक्षक उपस्थित थे।
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