कोरबा के जंगल में दुर्लभ जीव जन्तु उनका सरंक्षण करना हमारा कर्त्तव्य, 2023 में करना होगा ज्यादा मेहनत ताकि जिले को मिले एक अलग पहचान

कोरबा,02 जनवरी। छत्तीसगढ़ राज्य का कोरबा जिला सही मायनों में बहुत ही खास है, जिसको बचाने की आवश्यकता हैं निरंतर जंगलों को काट कर विस्तार कर रहे वो कहीं हमारे लिए श्राप साबित सिद्ध न हो जाए, कोरबा के आसमान को छूते पहाड़, विशालकाय घने पेड़ों से लदे जंगल और विभिन्न दुर्लभ जीवों का बसेरा है कोरबा का जंगल, यहां जहां हाथियों का बसेरा हैं वहीं कभी कभी बाघ की भी आने की जानकारी मिलती हैं और तेंदुआ तो भरमार है, साथ ही मछली को खाने वाली उद्बीलाव(Otter), काटो से भरी शाही (Porcupine) और दीमक से लगी टिलो को कुछ घंटों में चट कर जानती वाली कहट(Pangolin) वहीं कोरबा को एक अलग पहचान दिलाने वाले भला नागराज (King Cobra) को कैसे छोटा सा सकता हैं जी हां विश्व का सब से बड़ा विषधर जो की भारत के कुछ हिस्सों में मात्र पाया जाता हैं।

वहीं जब मध्य भारत के छत्तीसगढ़ में केवल कोरबा जिले में पाया जाना अपने आप में अद्भुत और अविश्वसनीय हैं किंग कोबरा कुछ वर्षो से जिले के अलग अलग क्षेत्रों में लगातार दिखाई दे रहें उससे तो यहीं लगता हैं उनकी तादाद अच्छी खासी फल फूल रहीं पर वहीं इसके जानकार बताते हैं की उतनी ही तेजी से बीहड़ क्षेत्रो और ग्रामीण क्षेत्रों में जानकारी का आभाव एवम डर के कारण मारे भी जा चुके हैं जिसको सही मायने में संरक्षण करने की आवश्कता हैं वैसे तो जशपुर जिले को नाग लोक बोला जाता हैं जब की कुछ वर्षों से कोरबा को नाग लोक कहा जानें लगा हैं वहीं जिले में एक ऐसी टीम हैं जो वन विभाग के साथ मिलकर जंगल के साथ वन्य जीव संरक्षण के लिए काम कर रही हैं यह टीम बहुत ही जागरूक हैं यह टीम जैव विविधता को बचाने के लिए हर पल समर्पित रहता हैं जिले के दुरांचल क्षेत्र और शहरी क्षेत्रों में लगातार सक्रिय रहते हैं और जीवों को बचाते रहते हैं।

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जी हां हम बात कर रहे जिले के रेस्क्यू टीम की जो अपनी जान में जोखिम में डालकर सुबह शाम दिन रात ठंडी गरमी बरसात की परवा किए बगैर 24 घंटो सांपो को रेस्क्यू करने का काम करती हैं रेस्क्यू के पश्चात पुनः जंगल में छोड़ देती हैं ताकि पर्यावरण संतुलन बना रहे,स्नेक रेस्क्यू टीम वन सदस्य जितेन्द्र सारथी बताते हैं हमारी टीम सांपो के साथ इंसानों को भी बचाती हैं हमारी टीम हर वर्ष हजारों सांपो को पकड़ कर जंगल में छोड़ देती हैं साथ ही अन्य जंगली जानवरों का भी रेस्क्यू करती हैं और सभी आम जनों से अपील करती हैं की जब भी कोई साप या अन्य जंगली जानवर दिखे उसके परेशान न करें बल्की हमारे टोल फ्री नंबर 8817534455 पर संपर्क कर जैव विविधता को बचाने में हमारी मदद करें ताकि छत्तीसगढ़ में कोरबा जिले का एक अलग पहचान बने।

जितेन्द्र सारथी बताते हैं कोरबा के जंगलों को हमनें बेहद नज़दीक से देखा हैं पूरे जंगलों का भ्रमण किया है जिसमें यह पाया गया की अद्भुत और दुर्लभ जीव जन्तु की भरमार है जिसका सरंक्षण करना बहुत ही ज़रूरी हैं, साथ ही बताया इस वर्ष हमारी टीम और कड़ी मेहनत करेंगी साथ ही कोरबा का खुबसूरत जंगल को बचाने के लिए हर पल समर्पित रहेगा और जिले को अलग पहचान मिले हमारा सपना।

जिले में अब तक पाए जानें वाले विशेष साप King Cobra (नाग राज,पहाड़ चित्ती)Spectacled Cobra ( भारतीय नाग)Bamboo Pit Viper(कोरकोट नाग)Forsten Cat Snake(चिंगराज)Common Vine Snake(सुवा साप या लता साप)BronzeBack Tree Snake (डार डोमी)Common Trinket (सुंदरी साप)Banded Racer (धूल नागिन)Banded Krait (अहिराज)Indian Rock Python (अजगर)Common Krait (घोड़ा करैत)Rat Snake (धमना),Barred Wolf (भेड़िया साप)आदि साप पाए जाते हैं।

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