धमतरी,20दिसम्बर। जिले में आवर्ती चराई के गौठान में जहां जगह है, वहां तालाब बनाने के निर्देश मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने जनपद पंचायतों को दिए, ताकि वहां स्व सहायता समूहों को आजीविका मूलक गतिविधियां जैसे मछलीपालन करने के अवसर मिल सके। मंगलवार सुबह 11 बजे से कलेक्टोरेट सभाकक्ष में आहूत समय सीमा की बैठक में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत प्रियंका महोबिया ने इस संबंध में आवश्यक निर्देश सभी सीईओ जनपद पंचायत को दिए हैं। ज्ञात हो कि धमतरी जिले में आवर्ती चराई के कुल 48 गौठान हैं। इन गौठानों में जगह देखा जाना है।
उन्होंने साथ ही जिले के आंगनबाड़ी, छात्रावास, आश्रमों के लिए सी मार्ट में रखे महिला स्व सहायता समूहों की सामग्रियों और आवश्यक राशन आदि की खरीदी करने पर बल दिया, जिससे जिले के महिला स्व सहायता समूहों को प्रोत्साहन मिले और उनके उत्पादों की बिक्री करने में सहूलियत हो। एक ओर जहां जिला मुख्यालय में सिहावा चौक के निकट सी मार्ट बनाया गया है।
वहीं कुरूद के चटौद में भी हाईवे बिहान सी मार्ट है, जहां समूहों द्वारा तैयार उत्पाद के अलावा जैविक सामग्रियां, अन्य दैनिक उपयोग की आवश्यक वस्तुएं विक्रय के लिए उपलब्ध हैं। इनमें समूह द्वारा तैयार शहद, च्यवनप्राश, दन्त मंजन, लेमनग्रास, अगरबत्ती, त्रिफला चूर्ण, उड़द मसाला बड़ी, मूंग बड़ी, कोदो चावल, रागी, साबून, डिश वॉश, महुआ अचार, आंवला अचार और बेल मुरब्बा शामिल है। साथ ही जैविक पद्धति से तैयार सामग्रियां जैसे अरहर दाल, ब्राउन राइस, चनादाल, मुंगदाल, फल्लीदाना, सरसों तेल, दूबराज चावल, जवाफूल चावल, बासमती चावल, विष्णु भोग, गुड़ और गुड़ पावडर भी विक्रय के लिए उपलब्ध है।समय सीमा की बैठक में जहां महोबिया ने समय सीमा के विभिन्न विभागों में लंबित प्रकरणों की समीक्षा कर उनके गुणवत्तापूर्वक और जल्द निराकरण के निर्देश विभागीय अधिकारियों को दिए। वहीं समाज कल्याण विभाग द्वारा जनपद और नगरीय क्षेत्रों में सामाजिक सहायता कार्यक्रम के तहत विभिन्न पेंशन योजना के हितग्राहियों का पेंशन भुगतान संबंधी समस्या से बचने के लिए विशेष शिविर आयोजित कर 96 प्रतिशत डीबीटी करने पर सराहा। बैठक में वनमण्डलाधिकारी मयंक पाण्डेय, अपर कलेक्टर चन्द्रकांत कौशिक, जिला स्तरीय अधिकारी और स्वान के वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए ब्लॉक स्तरीय अधिकारी जुड़े रहे।
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