Korba : ठेका कंपनी डीबीएल बरत रही थी लापरवाही, ट्रैफिक डीएसपी की फटकार के बाद शुरू किया काम

कोरबा,20दिसम्बर। जिले में कटघाेरा से अंबिकापुर के बीच टू-लेन सड़क बनने के बाद से हाइवे-130 हादसाें का हाइवे साबित हाे रहा है, क्याेंकि प्रत्येक वर्ष सबसे ज्यादा सड़क दुर्घटना और माैत हाईवे पर ही हाेता है। इस साल भी करीब 30 फीसदी दुर्घटना और माैत उक्त हाइवे पर ही हुई है।

करीब 1 माह पहले सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में समीक्षा में कटघाेरा-अंबिकापुर राेड पर कटघाेरा और बांगाे थाना क्षेत्र में दुर्घटना के बढ़ते ग्राफ काे लेकर कलेक्टर संजीव झा ने चिंता जताते हुए जरूरी कवायद करने के निर्देश जिम्मेदार विभागाें काे दिया।

इसके बाद यातायात पुलिस, परिवहन विभाग, पीडब्ल्यूडी व एनएचआई के अधिकारियाें ने संयुक्त रूप से कटघाेरा से लेकर जिले की सीमा तक करीब 40 किलाेमीटर सड़क का सर्वे कर 12 ब्लैक स्पाॅट तय किया, जहां ब्रेकर, संकेतक बनाने के निर्देश हाइवे सड़क निर्माण कर रही ठेका कंपनी दिलीप बिल्डकाॅन काे दिए गए थे, लेकिन ठेका कंपनी लापरवाही बरत रही थी।

न ताे ब्रेकर बनाया जा रहा था और न ही दूसरी काेई कवायद की जा रही थी। ने 16 दिसंबर के अंक में सड़क हादसे की एनालिसिस रिपाेर्ट प्रकाशित करते हुए ठेका कंपनी की लापरवाही का उल्लेख किया, जिसे गंभीरता से लेते हुए ट्रैफिक डीएसपी शिवचरण सिंह परिहार ने ठेका कंपनियों के अफसरों को फटकार लगाई। इसके बाद काम शुरू हुआ।

सर्वे में ये ब्लैक स्पाॅट किए तय

कटघाेरा-बांगाे क्षेत्र में हाइवे पर सर्वे में गुरसिया-बांगाे तिराहा, गुरसिया माेड़ से पहले जटगा जाने का रास्ता, तान नदी पुलिया, चाेटिया बाजार मेन चाैक, चाेटिया से पहले लमना माेड़, परला पुलिया से पहले माेड़, केंदई माेड़ काे सबसे ज्यादा दुर्घटना के कारण ब्लैक स्पाॅट तय किया है। इन स्थानाें पर वाहनाें की रफ्तार पर नियत्रंण और चालकाें काे सतर्क करने ब्रेकर बनाना तय किया था।

एनएच पर दुर्घटना का अधिक खतरा

जिले में इस वर्ष सड़क दुर्घटना में ढाई साै से ज्यादा माैत हुई है। इसमें स्टेट हाइवे में 18 माैत हुई है, लेकिन एनएच पर 66 दुर्घटना में 85 लाेगाें की जान जा चुकी है। इस तरह पाली से कटघाेरा हाेते हुए अंबिकापुर की ओर सड़क पर जिले का कुल 30 फीसदी दुर्घटना व माैत हुई है।

हर माेड़ पर ब्रेकर, वाहनों की रफ्तार होगी कम

कटघाेरा और बांगाे क्षेत्र में टू-लेन पर सड़क दुर्घटना राेकने हर माेड़ पर ब्रेकर बनाने का निर्देश संयुक्त टीम ने दिए हैं। इसके तहत माेड़ पर ब्रेकर बनाया जा रहा है। स्कूल और अस्पताल के सामने और गांव काे जाेड़ने वाली जगह पर भी ब्रेकर बनाया जा रहा है। ब्रेकर की जानकारी हाे, इसके लिए दूर में संकेतक भी लगाया जा रहा है। इसी तरह घाेघरा नाला में जर्क काे ठीक किया जाएगा। हसदेव नदी के पहले ढलान और अंधा माेड़, मड़ई से 2 किमी पहले बांगाे की तरफ अंधा माेड़ और ढलान का सुधार किया जाएगा।

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