नेत्र रोग, नवजात एवं शिशु रोग, फिजियोथेरेपिस्ट, बाल मनो चिकित्सा सलाहकार, स्त्री रोग, न्यूरो सर्जरी सहित जूनियर डॉक्टरों ने की बेहतर ईलाज
शिविर में 1026 विशेष पिछड़ी जनजाति बैगा के महिला, पुरूष और बच्चों ने कराया स्वास्थ्य जांच
आदिम जाति तथा अनुसूचित जाति विकास विभाग के राज्य स्तर के अधिकारियों और कलेक्टर ने विशेष स्वास्थ्य का किया अवलोकन
कवर्धा, 20 दिसंबर | आदिम जाति विकास विभाग द्वारा कबीरधाम जिले में निवासरत विशेष पिछड़ी जनजाति बैगा के स्वास्थ्य परीक्षण के लिए विकासखंड मुख्यालय बोड़ला में दो दिवसीय विशेष स्वास्थ शिविर का आयोजन किया जा रहा है। विशेष स्वास्थ शिविर में बोड़ला और सहसपुर लोहारा विकासखंड के 1026 बैगा, आदिवासियों ने पंजीयन एवं स्वास्थ्य परीक्षण कराया। इसमें 715 महिला और 311 पुरूष और बच्चे शामिल है। बैगा आदिवासियों ने जागरूक होकर अपना स्वास्थ्य जांच कराया। आदिम जाति विकास विभाग के समन्वय से राज्य के बेहतर चिकित्सक विशेषज्ञों द्वारा स्वास्थ्य शिविर में बेहतर चिकित्सा सुविधा मुहैया कराई जा रही है। इस दौरान राज्य स्तर के अधिकारियों ने शिविर में पहुंचकर वहां की व्यवस्था और चल रहे ईलाज का अवलोकन किया। आदिम जाति तथा अनुसूचित जाति विकास विभाग के आयुक्त श्रीमती शम्मी आबिदी, आदिम जाति तथा अनुसूचित जाति विकास विभाग के उपायुक्त संजय गौड़, प्रज्ञान सेठ, कलेक्टर जनमेजय महोबे और जिला पंचायत सीईओ संदीप अग्रवाल ने विशेष स्वास्थ्य शिविर का निरीक्षण किया और मरीजों से बातकर उनका हाल-चाल जाना। अधिकारियों ने सुदूर वनांचल क्षेत्र से आए मरीजों से उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी लेकर फीडबैक ली।
दो दिवसीय विशेष स्वास्थ शिविर का आयोजन विकासखंड मुख्यालय बोड़ला के स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल परिसर एवं भवन में 19 और 20 दिसंबर 2022 को जा रहा है। शिविर के पहले दिन आज विकासखंड बोड़ला और सहसपुर लोहारा में निवासरत बैगा जनजातियों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। वहीं दूसरे दिन मंगलवार 20 दिसंबर को विकासखंड पंडरिया में निवासरत बैगा जनजातियों का स्वास्थ्य उपचार किया जाएगा। विशेष स्वास्थ शिविर में विभिन्न प्रकार के स्वास्थ्य परीक्षण सहित ब्लड जांच, एक्सरे की सुविधा मिल रही है। शिविर में राज्य स्तर के चिकित्सक सहित महिला और बच्चों के लिए विशेषज्ञ डॉक्टर द्वारा ईलाज किया जा रहा है। स्वास्थ्य जांच के लिए आए नागरिकों के बेहतर ईलाज के साथ बैठने, छाया, पेयजल सहित सभी व्यवस्था की गई है। शासन मरीजों को स्वास्थ्य शिविर तक लाने एवं ले जाने की भी निःशुल्क व्यवस्था की गई है। विशेष स्वास्थ्य शिविर में आयुष्मान कार्ड और दिव्यांग के प्रमाण पत्र बनाया जा रहा है।
कलेक्टर श्री जनमेजय महोबे ने बताया कि कबीरधाम जिले में लगभग 45 हजार बैगा परिवार निवासरत है। पंडरिया व बोड़ला विकासखंड में ज्यादातर बैगा आदिवासी निवास करते है। आदिम जाति विकास विभाग के पहल पर विशेष स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया। आदिम जाति विकास विभाग के उच्च अधिकारी भी शिविर में उपस्थित थे। जिला प्रशासन द्वारा विशेष शिविर की पूरी व्यवस्था की गई है। स्वास्थ्य विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग, आदिम जाति विकास विभाग सहित सभी जनपद सीईओ, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, मितानीन के सहयोग से इसकी तैयारी पूरी की गई। स्वास्थय शिविर की सूचना आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, मितानीन के माध्यम से प्रत्येक ग्राम पंचायत में दी गई। टीम द्वारा शिविर के पहले पंचायतों का स्क्रीनिंग किया गया। जिससे उस क्षेत्र के विभिन्न बीमारी से ग्रस्त मरीजों का चिन्हांकन कर लिया गया। शिविर में विशेषज्ञों द्वारा मरीजों का ईलाज किया जा रहा है। मरीजों का स्वास्थ्य परीक्षण करने के बाद उनका ट्रैक रिकार्ड रखा जाएगा। रिकार्ड रखने के बाद देखा जाएगा की मरीजों का निरतंर ईलाज हो रहा है। सर्जरी की स्थिति में ऐसे मरीजों को राज्य स्तर पर निःशुल्क ईलाज जिला प्रशासन द्वारा कराई जाएगी। विशेष शिविर में संयुक्त कलेक्टर एवं प्रभारी आदिम जाति विकास विभाग डॉ. मोनिका कौड़ो, कवर्धा एसडीएम पी.सी. कोरी, बोड़ला एसडीएम संदीप ठाकुर सहित जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।
शिविर मे चिकित्सकों द्वारा तत्काल किया गया मरीजों का ईलाज
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. सुजॉय मुखर्जी ने बताया कि विशेष स्वास्थ्य शिविर में चिकित्सा विशेषज्ञों द्वारा सभी प्रकार का ईलाज किया जा रहा है। यहां नेत्र रोग विशेषज्ञ, नवजात एवं शिशु रोग विशेषज्ञ, फिजियोथेरेपिस्ट, आहार विशेषज्ञ, बाल मनो चिकित्सा सलाहकार, स्त्री रोग विशेषज्ञ, न्यूरो सर्जरी चिकित्सा अधिकारी सहित जूनियर डॉक्टरों द्वारा मरीजों का बेहतर ईलाज किया गया। इसमें राज्य के निजी अस्पताल के डॉक्टरों ने भी अपनी सेवा दी। विशेष स्वास्थय शिविर में मौसमी बीमारी, सर्दी-खासी के अधिक मरीज तथा समान्य बीमारी के मरीज पाए गए। जिसका तत्काल उपचार किया गया। ऐसे बीमारी जो गंभीर है उन्हें जिला अस्पताल में बेहतर उपचार के लिए रिफर किया गया। इसके साथ अधिक गंभीर बीमारी वाले मरीज को राज्य के अस्पताल में बेहतर ईलाज के लिए रिफर किया गया।
विशेष स्वास्थय शिविर में मरीजों के उपचार के लिए बेहतर प्रबंध
विशेष स्वास्थ्य शिविर में मरीजों के उपचार के लिए बेहतर प्रबंध व्यवस्था की गई है। जिसमें पंजीयन के लिए महिला और पुरूष के लिए अलग-अलग काउंटर बनाएं गए है। इसके बाद मरीजों का प्राथमिक परीक्षण किया जा रहा है। जिसके उपरांत अवश्यकता पर विशेष चिकित्सकों द्वारा निःशुल्क जांच की जा रही है। ईलाज के बाद मरीजों को निःशुल्क दवाई का वितरण भी किया जा रहा है।
शिविर में मरीजों का बनाया गया निःशुल्क आयुष्मान और हेल्थ कार्ड
विशेष स्वास्थ्य शिविर में उपचार के लिए पहुंचे मरीजों का निःशुल्क आयुष्मान कार्ड और हेल्थ कार्ड भी बनाया जा रहा है। हेल्थ कार्ड के माध्यम से नागरिकों के स्वास्थ्य से जुड़े सभी चीजों का रिकार्ड सेव होगा। जिससे मरीज के मेडिकल हिस्ट्री के बारे में पता चल जाएगा। राज्य सरकार ने आयुष्मान भारत योजना एवं डॉ. खूबचंद बघेल स्वास्थ्य सहायता योजना के तहत गरीबी रेखा, कार्डधारी परिवारों को 5 लाख एवं अन्य कार्डधारी परिवारों को 50 हजार रुपये तक का निःशुल्क इलाज की व्यवस्था है।
राज्य के विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा किया गया बेहतर निःशुल्क ईलाज
विशेष स्वास्थ्य शिविर में नवजात एवं शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. अशोक भट्टर, डॉ प्रशांत केडिया, नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. निकलेश दलाल, डॉ. प्रज्ञा चंद्रवंशी, स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. उज्जवला देवांगन, बाल मनोचिकित्सा सलाहकार डॉ. पारूल खरे, सहायक प्रधायपक न्यूरोसर्जरी डॉ. लवकेश राठौर, आहार विशेषज्ञ डॉ. शिला शर्मा, फजियोथेरोपिस्ट डॉ. शगुफ्ता इम्तियाज, चिकित्सा अधकारी श्रीमती विनिता धुर्वे और जूनियर डॉ. अभिलाषा, डॉ. भगवती साहू ने ईलाज किया गया।
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