KORBA : बाबा गुरु घासीदास ने मानवता और भाईचारे का दिया संदेश:- हितानंद अग्रवाल

कोरबा,19दिसम्बर। सतनामी कल्याण समिति कोरबा के द्वारा बाबा गुरु घासीदास जी की 266वीं जयंती के अवसर पर इंदिरा स्टेडियम के सामने सतनाम भवन कोरबा में भव्य कार्यक्रम आयोजित किया गया, इस अवसर पर नेता प्रतिपक्ष, खरसिया विधानसभा प्रभारी हितानंद अग्रवाल जी समारोह में विशिष्ट अतिथि के रूप में सम्मिलित हुए |

नेता प्रतिपक्ष हितानंद अग्रवाल ने कहा कि बाबा गुरु घासीदास का जन्म छत्तीसगढ़ के रायपुर जिले में गिरौद नामक ग्राम में हुआ था, उनके पिता का नाम मंहगू दास, माता का नाम अमरौतिन था और उनकी धर्मपत्नी का सफुरा था, बाबा गुरु घासीदास का जन्म ऐसे समय हुआ जब समाज में छुआछूत, ऊंचनीच, झूठ-कपट का बोलबाला था, बाबा ने ऐसे समय में समाज को एकता, भाईचारे तथा समरसता का संदेश दिया, बाबा घासीदास की सत्य के प्रति अटूट आस्था की वजह से ही इन्होंने बचपन में कई चमत्कार दिखाए, जिसका लोगों पर काफी प्रभाव पड़ा।

श्री अग्रवाल ने कहा कि संत शिरोमणी बाबा गुरु घासीदास ने समाज के लोगों को सात्विक जीवन जीने की प्रेरणा दी। उन्होंने न सिर्फ सत्य की आराधना की, बल्कि समाज में नई जागृति पैदा की और अपनी तपस्या से प्राप्त ज्ञान और शक्ति का उपयोग मानवता की सेवा के कार्य में किया, इसी प्रभाव के चलते लाखों लोग बाबा के अनुयायी हो गए, इसी तरह छत्तीसगढ़ में ‘सतनाम पंथ’ की स्थापना हुई। गुरु घासीदास के मुख्य रचनाओं में उनके सात वचन सतनाम पंथ के ‘सप्त सिद्धांत’ के रूप में प्रतिष्ठित हैं, इसलिए सतनाम पंथ का संस्थापक भी बाबा गुरु घासीदास को ही माना जाता है, बाबा ने तपस्या से अर्जित शक्ति के द्वारा कई चमत्कारिक कार्यों कर दिखाएं।

बाबा गुरु घासीदास ने समाज के लोगों को प्रेम और मानवता का संदेश दिया। संत गुरु घासीदास की शिक्षा आज भी प्रासंगिक है पूरे छत्तीसगढ़ राज्य में गुरु घासीदास की जयंती 18 दिसंबर से एक माह तक बड़े पैमाने पर उत्सव के रूप में पूरे श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाई जाती है, बाबा गुरु घासीदास की जयंती से हमें पूजा करने की प्रेरणा मिलती है और पूजा से सद्विचार तथा एकाग्रता बढ़ती है। इससे समाज में सद्कार्य करने की प्रेरणा मिलती है, बाबा के बताए मार्ग पर चलने वाला व्यक्ति ही अपने जीवन में अपना तथा अपने परिवार की उन्नति कर सकता है। इस अवसर पर महापौर राजकिशोर प्रसाद, आर पी खांडे जी राष्ट्रीय अध्यक्ष शिष्टा, तहसीलदार के के लहरे जी, जी पी भरद्वाज जी शिक्षा अधिकारी, सतनामी विकास समिति के अध्यक्ष यू आर महिलांगे जी, सचिव जीएल बंजारे,उपाध्यक्ष विजय दिवाकर जी, भाजपा अनुसचित जाति मोर्चा की प्रदेश मंत्री श्रीमती सुनीता पाटले, जिलाध्यक्ष सरजू अजय, भाजपा नेता अजय दास वैष्णव, पूर्व एल्डरमैन अनिल मिश्रा जी, पार्षद फूलचंद सोनवानी, सुनील पाटले, ए डी जोशी, पुष्कर आदिले, बलित राम बाघमारे, आर डी भारद्वाज जी, डॉक्टर जे के लहरे,बसंत टंडन लाखन डहरिया सहित हजारों समाज के लोग उपस्थित रहे।