वेंकटेश्वर सिग्नेचर स्कूल ने मनाया अपना पहला वार्षिकोत्सव तथा मिट्टी बचाओ आंदोलन में जोड़ा एक और कदम  

रायपुर ।विद्यालय में विद्यार्थियों को शिक्षा देना जितना आवश्यक है उतना ही आवश्यक है कि उन्हें देश-विदेश में होने वाली सभी महत्त्वपूर्ण घटनाओं से अवगत कराना, जिससे वे समाज के प्रति अपने कर्तव्यों को पहचानें तथा भविष्य के लिए जागरूक हो सकें। आज के समय में मिट्टी की हालत इतनी गम्भीर होती जा रही है कि यदि अभी इसे बचाने के लिए प्रयास नहीं किया गया तो वो दिन अधिक दूर नहीं जब सारी मिट्टी रेत में बदल जाएगी। इस महत्त्वपूर्ण विषय को ध्यान में रखते हुए ‘ईशा फाउंडेशन’ के संस्थापक ‘सद्गुरू जी’ (जग्गी वासुदेव जी) ने मिट्टी बचाओ अभियान शुरू किया है। जिससे सभी लोग मिट्टी के महत्त्व को समझते हुए उसे बचाने को प्रयासरत हों। उनके इस कदम से कदम मिलाते हुए वेंकटेश्वर सिग्नेचर स्कूल ने अपने पहले वार्षिकोत्सव द्वारा विद्यार्थियों तथा समाज को ‘मृदा प्रदूषण’ से अवगत कराने तथा मिट्टी का महत्त्व समझाने के लिए बहुत ही महत्त्वपूर्ण कदम उठाया।

इस वार्षिकोत्सव पर पूरे कार्यक्रम का नाम ‘मृदा व्यथा’ रखा गया। कार्यक्रम में पधारे सभी अतिथियों का स्वागत टीका लगाकर तथा स्वागत गीत द्वारा किया गया। कार्यक्रम का प्रारम्भ विशिष्ट अतिथियों डॉक्टर धर्मवीर ढिल्लन जी तथा अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक श्री प्रदीप गुप्ता जी द्वारा दीप प्रज्वलन कर हुआ। इसी श्रृंखला को आगे बढ़ाते हुए के०जी० 1 तथा 2 के विद्यार्थियों ने  मंच पर अपना उत्साह दिखाते हुए सभी दर्शकों तथा अतिथियों को हर्षित किया। जिसके उपरांत सभी विद्यार्थियों द्वारा ‘मृदा व्यथा’ नृत्य नाटिका का प्रारम्भ हुआ। इस नृत्य नाटिका ने सभी का ध्यान मिट्टी की तरफ खींचा। इसके द्वारा मिट्टी की व्यथा, मिट्टी का महत्त्व तथा अंत में मिट्टी के प्रति हामरे कर्तव्यों का भान कराया गया। नृत्य नाटिका के समय दर्शक कभी गम्भीर सोच में पड़े तो कभी अपने कर्तव्यों की ओर सोचने पर मजबूर हुए अंत में सभी मुस्कान के साथ अपने कर्तवों को निभाने का निश्चय कर बच्चों के संग झूम उठे।  

कार्यक्रम में विद्यालय की प्राचार्या डॉ सौम्या रघुबीर जी ने सभी को ‘मृदा व्यथा’ के विषय  में बताते हुए इस गम्भीर स्थिति की ओर ध्यान केंद्रित किया तथा पूरे वर्ष विद्यालय द्वारा सम्पन्न किए गए कार्यों तथा उपलब्धियों का वर्णन किया। पूरे वर्ष हुई विभिन्न प्रतियोगिताओं के आधार पर विद्यालय में सांस्कृतिक कार्यक्रमों की श्रेणी में प्रथम ‘मिकोयान हाउस’ तथा खेल प्रतियोगिताओं में प्रथम आए ‘मिराज हाउस’ को मंच पर सम्मानित किया गया।

‘मृदा व्यथा’ नृत्य नाटिका के उपरांत बॉलीवुड के प्रसिद्ध गीतकार, लेखक तथा कवि मनोज मुन्तशिर शुक्ला जी ने मिट्टी, माँ तथा प्रेम के ऊपर अपनी कविताओं का दर्शकों को श्रवण कराया। उन्हें सुनते हुए सभी दर्शकों के बीच विशेष ऊर्जा भर गई। उन्होंने वेंकटेश्वर सिग्नेचर स्कूल के विषय में भी अपने विचार प्रकट किए। उन्होंने विद्यालय को सभी आवश्यकताओं से परिपूर्ण बताया। जिससे यहाँ पढ़ने वाले विद्यार्थी शिक्षा के साथ-साथ जीवन से जुड़े अन्य कौशलों की ओर भी अपना ध्यान दे पाएँ।    

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ० धर्मवीर ढिल्लन जी ने कार्यक्रम के उपरांत सभी बच्चों को कार्यक्रम को सफल बनाने का श्रेय दिया तथा सभी को मिट्टी के महत्त्व को लेकर अपने विचारों से अवगत कराया। इसी के साथ विशेष अतिथि ADGP श्री प्रदीप गुप्ता जी ने भी पूरे कार्यक्रम विषय में अपने विचारों को व्यक्त किया। उन्होंने सभी विद्यार्थियों तथा सम्पूर्ण विद्यालय के कड़े परिश्रम को सराहा

विद्यालय मेंं उपस्थित सभी विद्यार्थियों के अभिभावकों ने विद्यालय के इस प्रयास की बड़ी प्रशंसा की तथा अपने बच्चों को नैतिक मूल्यों से जुड़ता देख खुद की प्रसन्नता भी बताई।

कार्यक्रम की समाप्ति पर विद्यालय के सभापति कैप्टन अंकुर ढिल्लन जी पूरे वेंकटेश्वर परिवार को कार्यक्रम की सफलता पर बधाई दी तथा विद्यालय के प्रति अपने विचारों को तथा भविष्य की योजनाओं का वर्णन किया।