जिले के 842 कृषक हुए सौर सुजला योजना से लाभान्वित

बेमेतरा,13 दिसम्बर  राज्य में उपलब्ध कृषि भूमि की सिंचाई क्षमता में वृद्वि करने एवं अविद्युतीकृत क्षेत्रों में कृषि की सिंचित रकबा बढ़ाने के उद्देश्य से प्रदेश में सौर सुजला योजना का शुभारंभ छ.ग.राज्य निर्माण दिवस 1 नवम्बर 2016 को किया गया। इस योजनांतर्गत कृषि भूमि में 3 एचपी एवं 5 एचपी सोलर पंप की स्थापना की जाती है। इसी के तहत राज्य शासन की महत्वाकांक्षी योजना नरवा, गरवा, घुरवा एवं बारी अंतर्गत गौठा,चारागाह तथा पंजीकृत गौशालाओं में भी सोलर पंप की स्थापना की जाती है।

योजना के तहत प्रदेश में अब तक 1 लाख से अधिक कृषकों को लाभान्वित किया जा चुका है। इसी कड़ी में जिला-बेमेतरा अंतर्गत क्रेडा द्वारा अभी तक 842 कृषकों के यहां सोलर पंप स्थापित कर लाभान्वित किया जा चुका है। इस योजनांतर्गत शासन द्वारा कृषकों को सोलर पंप स्थापना के लिए 90-95 प्रतिशत तक अनुदान प्रदान किया जाता है, 5 एचपी क्षमता के सोलर पंप स्थापना के लिए सामान्य वर्ग के कृषकों को हितग्राही अंशदान के रुप में 24,800, अ.पि.व को 19,800, अ.जा./अ.ज.जा. को 14,800 इसी प्रकार 03 एचपी क्षमता के सोलर पंप के लिए सामान्य वर्ग के कृषकों को हितग्राही अंशदान के रुप में 21,000, अ.पि.व को 15,000, अ.जा./अ.ज.जा. को 10,000 वहन करना पड़ता है।

ग्राम-हड़गांव, वि.ख.-बेरला के कृषक मन्नु लाल पटेल के कृषि भूमि में वर्ष 2016-17 में सौर सुजला योजनांतर्गत 5 एचपी क्षमता के सोलर पंप स्थापित है, कृषक ने बताया कि पिछले 5 वर्ष से सोलर पंप से सिंचाई कर भरपूर लाभ लिया जा रहा है तथा प्रति वर्ष कृषि भूमि पर 2-3 फसल लिया जाता है। कृषक ने बताया कि सोलर पंप प्रतिदिन सूर्य की रोशनी से संचालित होता है, जिससे हमें निशुल्क पानी प्राप्त होता है। सोलर पंप के संचालन में किसी प्रकार की समस्या नहीं आती है, यह संचालन में बहुत आसान है तथा इसके उपयोग पर विद्युत देयक का भुगतान करना नहीं पड़ता है। इस प्रकार सोलर पंप आर्थिक रुप से भी बहुत लाभदायक है। मेरा सोलर पंप पिछले 5 वर्षों में निरंतर कार्यशील रहा है, इसमें आज तक किसी प्रकार की खराबी नहीं आई है।  

ग्राम-कंदई, वि.ख.-साजा के कृषक मनीराम के कृषि भूमि में वर्ष 2016-17 में सौर सुजला योजनांतर्गत 3 एचपी क्षमता के सोलर पंप स्थापित है, कृषक ने बताया कि पिछले 5 वर्ष से सोलर पंप से सिंचाई कर भरपूर लाभ लिया जा रहा है तथा प्रति वर्ष 1.5 एकड़ कृषि भूमि पर सब्जी का फसल लिया जा रहा है। किसान ने बताया कि सोलर पंप स्थापित होने के पूर्व कृषि भूमि पर बिजली नहीं होने के कारण कोई फसल नहीं लिया जाता था, केवल मौसम पर निर्भर रहना पड़ता था किन्तु सोलर पंप स्थापित होने से सिंचाई के लिये आत्मनिर्भर हो गये है, अब सोलर पंप से वर्ष भर सिंचाई करते हैं, जिससे हमे बहुत अच्छी आमदनी हो रही है। सोलर पंप मेरे लिए बहुत लाभदायक सिद्ध हुआ है। क्रेडा से स्थापित संयंत्र पर 5 वर्ष तक वारंटी मिलता है, संयंत्र में खराबी आने पर तत्काल स्थापनाकर्ता कंपनी मेसर्स शक्ति पंप, को सूचित करके सुधार कार्य कराया जाता है। 

इस प्रकार जिले के कृषक शासन की महत्वपूर्ण योजना ‘‘सौर सुजला योजनांतर्गत‘‘ सोलर पंप स्थापित करके एवं इसका समुचित उपयोग करके लाभान्वित हो रहे हैं। सोलर पंप स्थापित होने से कृषक सिंचाई के लिए आत्मनिर्भर होकर आर्थिक बचत कर रहे है। साथ ही पर्यावरण को अनुकूल बनाये रखने एवं जल संवर्धन करने में सहयोग दिया जा रहा है।

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