बालको केवट समाज द्वारा सामूहिक रूप से वनभोज का आयोजन किया गया । समाज के स्वजातीय जनों ने पिकनिक स्थल सतरेंगा में वनभोज का आनंद उठाया । वनभोज में बालको केवट समाज की महिलाएं, वरिष्ठ जन, युवा एवं बच्चे सभी शामिल हुये । जिसमें सभी ने अपने परिवार के साथ परिचय दिया गया । समाज के पुरुष, महिला एवं बच्चों के द्वारा कुर्सी दौड़ का कार्यक्रम किया गया । पिकनिक में उपस्थित स्वजातीय जन ने सतरेंगा की प्राकृतिक सौंदर्य एवं नौका-विहार का खूब आनंद लिया गया । समाज के वरिष्ठ जनो ने इस वनभोज में सम्मिलित समस्त स्वजातीय जनो को मार्गदर्शन एवं आशीर्वाद देते हुए समाज के लोगो को आपसी सामंजस्य एवं भाई चारा के साथ सदैव एकजुट रहने का आह्वान दिया । वनभोज में उपस्थित स्वजातीय जन में आपसी सामंजस्य एवं सहयोग की भावना दिखाई दी, जो कि समाज के विकास के लिये अत्यंत आवश्यक है । बालको केवट समाज के सचिव रवि कैवर्त द्वारा सतरेंगा वनभोज कार्यक्रम के सफलता पूर्वक के समापन के अवसर पर धन्यवाद एवं आभार व्यक्त करते हुये समाज द्वारा प्रतिवर्ष वनभोज कार्यक्रम की परम्परा को बनाये रखने की बात कही ।
सतरेंगा वनभोज कार्यक्रम में लुदूराम कैवर्त, एस. एस. कटकवार, रमेश कैवर्त, देवनाथ, महावीर केवट, बाबू लाल केवट, जोहन लाल केवट, कृष्णा केवट, भुवन लाल केवट, श्रीमती सावित्री कटकवार, श्रीमती रतन बाई केवट, श्रीमती कमला बाई केवट, श्रीमती चमेली केवट, श्रीमती मीना कैवर्त, श्रीमती ललिता कैवर्त, श्रीमती रीता कैवर्त, श्रीमती लक्ष्मी कैवर्त, श्रीमती सीमा कैवर्त, श्रीमती ममता कटकवार, श्रीमती तीजो बाई, रवि कैवर्त, राकेश कुमार कैवर्त, दिलीप कैवर्त, शिव कैवर्त, राजेन्द्र निषाद, कृष्णा निषाद, दीपक केवट, नवल कैवर्त, राजकुमार कैवर्त, अर्जुन केवट, संदीप केवट, केशव केवट, भूपेंद्र कटकवार, सहित बड़ी संख्या में समाज के सदस्य उपस्थित थे ।