जिले के कौशल प्रशिक्षित युवाओं को रोजगार में मिली सफलता

कांकेर ,12 दिसम्बर ।  जिले के बेरोजगार युवकों के भविष्य को बेहतर बनाने और  उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए कांकेर जिले में उपलब्ध संसाधन और  रोजगार की संभावनाओं से युवाओं को सक्षम बनाने, युवाओं में रोजगार और  स्व-रोजगार की संभावनाओं को बढ़ाने का पूरा प्रयास जिला प्रशासन से  किया जा रहा है। 

कलेक्टर डॉ. प्रियंका शुक्ला के मार्गदर्शन में जिले के कक्षा 8वीं, 10वीं, 12वीं उत्तीर्ण बेरोजगार युवाओं को कौशल उन्नयन का प्रशिक्षण प्रदान किया जाकर उन्हें निजी कंपनियों में नियोजित की जा रही है। इसके अलावा प्रशिक्षण प्राप्त कर युवा स्व-रोजगार की स्थापना भी कर सकते हैं। शिक्षित बेरोजगार युवाओं की परेशानियों को दूर करने के लिए कलेक्टर ने उन्हें लाइवलीहुड कॉलेज के माध्यम से कौशल उन्नयन का प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है। उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के प्रयास भी किए जा रहे हैं। जिले के सभी  विकासखण्डों से चयनित युवाओं को विभिन्न कोर्स में प्रशिक्षण दिया जा रहा है।

छत्तीसगढ़ राज्य और अन्य राज्यों में रोजगार की संभावनाओं को देखते हुए जिला प्रशासन ने सिक्युरिटी गार्ड कोर्स में युवाओं को रोजगारोन्मुखी प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए जिले के सभी विकासखण्डों में काउंसलिंग का आयोजन कर उन्हें प्रशिक्षण और उससे होने वाले लाभ की विस्तृत जानकारी दी। काउंसलिंग उपरांत प्रशिक्षण के लिए कुल 28 युवाओं का चयन किया गया और प्रशिक्षण के दौरान विशेष क्लास आयोजित कर युवाओं को व्यक्तित्व विकास के प्रशिक्षण भी दिए गए, जिसमें स्पोकन इंग्लिश, कम्युनिकेशन स्कील और आत्मरक्षा के गुर भी सिखाए  गए हैं।

प्रशिक्षण उपरांत सभी प्रशिक्षित युवाओं को रोजगार से जोड़ा गया है, उन्हें सिक्युरिटी गार्ड में नौकरी प्रदान की गई है। छत्तीसगढ़ के रायगढ़ में 4़ युवाओं को, रायपुर में 4 युवाओं को और राज्य के बाहर आंध्रप्रदेश में 7 युवाओं को, गुलबर्गा में 2 और बंगलौर में 11 युवाओं को सिक्युरिटी गार्ड की नौकरी प्रदान की गई है, जहां पर उन्हें औसतन 16 हजार रूपए मासिक मानदेय प्राप्त हो रहा है। इस प्रकार अब तक जिले में 98 युवाओं को रोजगार से जोड़ा जा चुका है और  स्व-रोजगार और रोजगान्मुखी प्रशिक्षण लगातार जारी है। जिले के बेरोजगार युवकों के भविष्य को बेहतर बनाने और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए कांकेर जिला प्रशासन निरंतर प्रयासरत् है।