ब्रिटेन,10 दिसम्बर । ब्रिटेन में भारत के उच्चायुक्त विक्रम दुरैस्वामी ने किंग चार्ल्स तृतीय को अपना परिचय पत्र सौंपा और इसी के साथ उन्होंने भारत के नए पद पर औपचारिक शुरुआत की। सितंबर में महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के निधन के बाद दुरैस्वामी चार्ल्स तृतीय के महल में अगवानी किए जाने वाले पहले भारतीय दूत हैं। इस कार्यक्रम के दौरान उनकी पत्नी और वे खुद सरकारी आवास से महल तक बग्घी में गए।ब्रिटेन के राज्य प्रमुख के रूप में सम्राट को दुरैस्वामी ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का औपचारिक पत्र ‘लैटर्स ऑफ कमीशन’ पेश किया।
इस दौरान उनके साथ उप उच्चायुक्त सुजीत घोष भी मौजूद थे। 74 वर्षीय राजा के साथ विचार साझा रते हुए दुरैस्वामी ने कहा कि किंग ने बेहद गर्मजोशी और शालीनता से स्वागत किया और इस दौरान भारत के लिए उनके स्नेह से जुड़ी हमारी चर्चा भी हुई।दुरैस्वामी ने इससे पहले उज्बेकिस्तान और कोरिया गणराज्य में भारत के राजदूत के रूप में कार्य किया है और हाल ही में ब्रिटेन के उच्चायुक्त के रूप में जिम्मेदारी संभाली है। उन्हें ब्रिटिश विदेश कार्यालय के मंत्री लॉर्ड तारिक अहमद ने भी सरकार की ओर से शुभकामनाएं दीं। मंत्री ने कहा कि हमें उम्मीद है कि आपके कार्यकाल में भारत-ब्रिटेन संबंध नई ऊंचाई हासिल करेंगे।
ब्रिटेन में भारत के नए उच्चायुक्त विक्रम दुरैस्वामी ने सितंबर महीने में जब पदभार ग्रहण किया था, तो उन्होंने पार्लियामेंट स्क्वायर पर महात्मा गांधी की प्रतिमा और उत्तरी लंदन में आंबेडकर संग्रहालय में श्रद्धांजलि अर्पित की थी। दुरैस्वामी ने गायत्री इस्सर कुमार की जगह ली है जो जून के आखिर में ब्रिटेन में भारत के उच्चायुक्त पद से सेवानिवृत हुईं। दुरैस्वामी ने अपने परिचय पत्र की प्रतियां शुक्रवार को लंदन में ब्रिटेन के डिप्लोमैटिक कोर के वाइस मार्शल को सौंपी जिन्होंने उन्हें नए भारतीय दूत के रूप में आधिकारिक रूप से मान्यता दी।
[metaslider id="347522"]