करतला : पीडिया हाई स्कूल में मना अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस

कोरबा/करतला, 9 दिसंबर । करतला विकासखण्ड अंतर्गत शासकीय हाई स्कूल पीडिया में अंतर्राष्ट्रीय मानव अधिकार दिवस मनाया गया। साथ ही कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्रीमती एच एस लकड़ा प्राचार्य डाइट के सेवानिवृत्त होने पर कार्यक्रम रखा गया। कार्यक्रम में छात्र-छात्राओं ने अतिथियों का स्वागत तिलक वंदन कर बैज लगाकर किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे डी एस पाटले ने स्वागत उद्बोधन में सभी अतिथियों का स्वागत किया और मानवाधिकार विषय पर छात्र- छात्राओं को जानकारी देने का आग्रह किया।

सेवानिवृत्त हुए कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्रीमती एच एस लकड़ा ने इस अवसर पर कहा कि शिक्षा का अधिकार सभी बच्चों का मौलिक अधिकार है। उन्होंने ग्रामीणों से कहा कि एक रोटी कम खाइए परन्तु अपने बच्चों को शिक्षा से वंचित नही करना चाहिए। अंत में उन्होंने कहा की रिटायर होने के बाद भी वो शिक्षा विभाग के लिए हमेशा तत्पर रहेंगे और आवश्कतानुसार सेवा देते रहेंगी। डॉ.प्यारेलाल आदिले प्राचार्य जे बी डी महाविद्यालय कटघोरा ने कहा कि हमारा संविधान हर जाति, वर्ग, और समाज के लिए समान अधिकार देने बनाया गया है। हमें अपने अधिकारों के साथ साथ अपने कर्तव्यों को भी जानना चाहिए। नित्यानन्द यादव ने कहा कि मानवों को प्राप्त नैसर्गिक अधिकारों का हनन नही होना चाहिए यदि ऐसा हो तो राज्य को उचित कानून बना कर अधिकारों का संवर्धन किया जाना आवश्यक है।

कार्यक्रम के अंत में विद्यालय की तरफ से और मनोज गुप्ता एवं सतीश गुप्ता ने सेवानिवृत्त श्रीमती लकड़ा और सुशील तिवारी को श्रीफल और स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में आभार प्रदर्शन अशोक नायक व्याख्याता ने किया। मंच संचालन श्रीमती प्रीति पंडा व्याख्याता ने किया। श्रीमती अनिमा प्रसाद, श्री तिग्गा, एम आर बंजारे, श्रीमती सुशीला पटेल, बी आर घृतलहरे, टी एस टंडन, श्यामलाल कंवर, एस के टेंगवार, नित्यानंद यादव, दुबराज सिंह, मनोज गुप्ता, मनमोहन सिंग, सुशील तिवारी, डी के कुम्हार, श्रीमती प्रेरणा मैत्री, श्रीमती लीना साहू, श्रीराम राठिया, अमर सिंग, सतीश गुप्ता, श्रीमती उषा राठिया, तालम सिंग, करम सिंग, धर्मेंद्र पाण्डेय, ओमप्रकाश साहू, बुदेश देवांगन, सोना दास, सुरेंद्र सिंह भदौरिया देवकुमार कुम्हार, टी सी टंडन, लखन गोस्वामी, निमेश कुमार राठौर, छात्र- छात्राओं सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे।