वाराणसी,09 दिसम्बर। बनारस रेल इंजन कारखाना (बरेका) को यूरोपियन स्टैंडर्ड की महत्वपूर्ण संस्था यूएनआईएफआई से इंटरनेशनल रेलवे इंडस्ट्री स्टैंडर्ड (आई.आर.आई.एस) का प्रमाण पत्र मिला है। यह प्रमाण-पत्र आईएसओ का नवीनतम स्टैंडर्ड ISO 22163 (आईआरआईएस) है । पूरे भारतवर्ष में बनारस रेल इंजन कारखाना यह सर्टिफिकेट प्राप्त करने वाली पहली उत्पादन इकाई है। जो रेल इंजन का निर्माण करती है । इस सर्टिफिकेट के मापदंडों पर खरा उतरने के लिए दस मानकों पर खरा उतरने की जिम्मेवारी होती है, जिसे बरेका ने रिकॉर्ड समय में पूरा करने में सफलता पाई है। इस सर्टिफिकेट के प्राप्त हो जाने से बरेका के लिए अंतरराष्ट्रीय बाजार में डीजल के अलावा विद्युत इंजनों की भी माँग बढ़ जायेगी । गुरूवार शाम ये जानकारी बरेका के जनसम्पर्क अधिकारी ने दी। उन्होंने बताया कि रेलवे की गुणवत्ता को निखारने और इसके निगरानी के लिए यूरोपियन स्टैंडर्ड की महत्वपूर्ण संस्था यूएनआईएफआई ने बंगलुरु स्थित डी. क्यू. एस. सर्टिफिकेशन को नियुक्त किया। जिसने बरेका में लगातार बारह दिनों तक ऑडिट करने के बाद बरेका को इस उपलब्धि के योग्य पाया और इस प्रमाण पत्र के लिये संस्तुति की। उन्होंने बताया कि इससे पूर्व बरेका को आईआरआईएस सर्टिफिकेट प्राप्त था, जिसकी अवधि 11 दिसम्बर 2022 को समाप्त हो रही थी । परन्तु रिकार्ड समय में नए रिवीजन 3.1 के साथ बरेका ने इस सर्टिफिकेट को दोबारा प्राप्त करने में महत्वपूर्ण सफलता प्राप्त की है । जिसकी अवधि 12 नवम्बर 2025 तक हो गयी है। महाप्रबंधक अंजली गोयल के नेतृत्व एवं दिशा निर्देश के अनुरूप इस सर्टिफिकेट को रिकॉर्ड समय में प्राप्त करने में सभी बरेका कर्मियों ने अपना योगदान दिया । इस उपलब्धि पर प्रमुख मुख्य विदयुत इंजीनियर एस. के. श्रीवास्तव ने कर्मियों को शुभकामनाएं दी।
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