सारंगढ़ , 09 दिसम्बर । सारंगढ़ बिलाईगढ़ नया जिला बनने के बाद बिलाईगढ विकासखंड के अंतर्गत शासकीय दफ्तरों में आज़ भी ऐसे अधिकारी कर्मचारी हैं जो जिम्मेदारों की संरक्षण से लम्बे समय तक एक ही स्थान में हक जमाये बैठे हैं और मनमानी करने लगे हैं। लेकिन जिम्मेदारों का ध्यान इस ओर नहीं जा रही है। लंबे समय तक एक ही स्थान में पदस्थ होने की वजह से शासकीय कामकाज में बड़ी लापरवाही हो रही है, साथ ही साथ बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार का दीमक बढ़ रहा है। लेकिन क्षेत्र के जनप्रतिनिधि इन सबसे जानबूझकर अनजान बने हुए हैं।
विकास खण्ड बिलाईगढ के अंतर्गत सभी शासकीय कार्यालय में अधिकांश लंबे समय से अधिकारी कर्मचारी पदस्थ हैं। जो शासन के सिस्टम पर खरा नहीं उतर रहें है। जहां एक ओर राज्य सरकार द्वारा थोक में अधिकारी कर्मचारी के तबादले किया करते थे उसमें भी अब विराम लग चुका है। क्षेत्र के अधिकांश शासकीय मुख्यालयों के लगभग सभी प्रमुख कार्यालयों में पदस्थ अधिकारी एवं कर्मचारी कई वर्षों से अंगद के पैर की तरह जमे हुए हैं इनका ट्रांसफर जिले के बाहर होने पर ये पूरा जुगाड़ लगाकर वापस जिले में आ जाते हैं।जिसमें उच्च पद पर बैठे अधिकारी कर्मचारी तक कई सालों से एक ही कार्यालय में जमे हुए हैं जिसमें कई लेखापाल तो एक ही जगह अपनी पूरी नौकरी का समय काट लें रहे है।
हालत ये है कि वर्षो से एक ही कुर्सी पर जमे अधिकारी और कर्मचारी शासन के नियमों को ठेंगा दिखाते हुए अपना उल्लू सीधा कर रहे हैं।साथ ही साथ अपनी राजनीति पहुंच का परिचय दे रहे हैं जो अपनी राजनीति पकड़ के चलते वर्षों से पदस्थ होकर जमकर चांदी काट रहे है। अब देखना है कि नये जिला बनने के बाद इस बार तबादला नीति के नियमों के दायरे में ये लंबे समय से कुंडली मार बैठे अधिकारी और कर्मचारी नजर में आ पाते हैं या नही…या यूँही फिर लेन-देन और पहुंच का रास्ता अपनाकर अपनी कुर्सी बचाने में कामयाब हो जाते हैं। जिला प्रशासन को ऐसे अधिकारियों एवं कर्मचारियों को सूचीबद्ध कर तबादला किया जाना चाहिए।
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