मनाया गया सशस्त्र सेना झण्डा दिवस, कलेक्टर को ध्वज प्रतीक लगाकर किया शुभारंभ

जगदलपुर । शहीद सैनिकों के सम्मान में आज जिले में सशस्त्र सेना झण्डा दिवस मनाया गया। जिला सैनिक कल्याण अधिकारी विंग कमांडर जेपी पात्रो और भूतपूर्व सैनिकों ने आज कलेक्टर चंदन कुमार को ध्वज प्रतीक लगाकर सशस्त्र झण्डा दिवस का शुभारंभ किया। कलेक्टर ने आम नागरिकों और अधिकारी-कर्मचारी से सशस्त्र झण्डा पर सहयोग आर्थिक सहयोग प्रदान करने का आह्वान किया। द्वितीय विश्व युद्ध के नॉन पेंशनर महेश्वरी वानखेडे व बानो बाई को दस-दस हजार रुपए की सहायता राशि भी कलेक्टर के हाथों प्रदान की गई। इस अवसर पर जिला कार्यालय के अधिकारी व कर्मचारियों सहित अनेक गणमान्य नागरिकों को ध्वज प्रतीक लगाकर सशस्त्र सेना झण्डा दिवस मनाया गया।

उल्लेखनीय है इस दिवस का उद्देश्य जल, थल और नभ के पराक्रमी, वीर व शहीद सैनिकों का सम्मान, बुजुर्गों का आदर तथा देश के आम नागरिकों व सशस्त्र बलों के मध्य स्थापित पारंपारिक रिश्तों को और भी मजबूत बनाना है। इस साल दिसम्बर माह को गौरव माह के रूप में मनाया जाएगा। सन् 1949 से 07 दिसम्बर को सशस्त्र सेना झण्डा दिवस के नाम से मनाया जा रहा है। अब यह दिन हमारे राष्ट्रीय जीवन की एक वार्षिक पहचान बन चुकी है। इस दिन थल, जल तथा वायु सेना के योद्धाओं की ओर से सैन्य सेवा में दिए गए योगदान का स्मरण किया जाता है। यह दिवस आम नागरिकों का सहयोग उपलब्ध करने हेतु मनाते है। इसका प्रमुख उद्देश्य युद्ध में सेवारत सैनिक, शहीद हुए सैनिक और भूतपूर्व सैनिक व उनके परिवारों का कल्याण और पुनर्वास है।

इस दिन सम्पूर्ण राष्ट्र के नागरिकों तथा संस्थाओं की ओर से कार ध्वज व टोकन ध्वज का विनिमय कर दान राशि एकत्रित किया जाता है। झंडे में दर्शाये गये लाल, नीला व हल्का नीला रंग सेना के तीनों अंगों का प्रतिनिधित्व करते है तथा इनका वितरण केन्द्रीय सैनिक बोर्ड की ओर से सम्पूर्ण राष्ट्र में राज्य, जिला सैनिक कल्याण बोर्ड तथा राष्ट्रीय कैडेट कोर के माध्यम से किया जाता है। एकत्रित दान राशि को केन्द्रीय सैनिक बोर्ड को भेजा जाता है, जो कि अमलगमेटेड स्पेशल फण्ड में सम्मिलित की जाती है, और यह राशि गरीब व जरूरतमंद भूतपूर्व सैनिकों व उनके आश्रितों के लिए कल्याणकारी योजनाओं में उपयोग किया जाता है।

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