नई दिल्ली , 07 दिसम्बर । उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने राष्ट्र की प्रगति के लिए प्रणाली में पारदर्शिता और जवाबदेही के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि किसी व्यक्ति को सफल बनाने का सर्वोत्तम तरीका उसे जवाबदेह बनाना है और अपारदर्शिता पतन लाने का निश्चित तरीका है। उप-राष्ट्रपति निवास में आईआरएस अधिकारियों के 75वें बैच के अधिकारी प्रशिक्षुओं को संबोधित करते हुए उपराष्ट्रपति ने कहा कि भारत जिस तेजी से आगे बढ़ रहा है, वैसा पहले कभी नहीं हुआ और प्रौद्योगिकी के बढ़ते उपयोग के साथ शासन के साहसिक सुधारों ने प्रणाली को निष्पक्ष और पारदर्शी बना दिया है।
उन्होंने कहा, एक इकोसिस्टम तैयार किया गया है, जिसमें भारतीय संविधान की प्रस्तावना में सूचीबद्ध आदर्शों को मूर्त रूप दिया जा रहा है।अधिकारी प्रशिक्षुओं को भारत की विकास गाथा का हिस्सा बनने का आह्वान करते हुए श्री धनखड़ ने उन्हें दृढ़ और निडर होने को कहा। उन्होंने युवा परिवीक्षाधीन अधिकारियों से कहा कि अंत में सत्य, पारदर्शिता और ईमानदार होने की शक्ति ही अकाट्य है।
सरकार के अधिकतम शासन, न्यूनतम सरकार’ के दृष्टिकोण की प्रशंसा करते हुए उपराष्ट्रपति ने कहा कि सबसे बड़ी खुशी और संतुष्टि समाज को कुछ लौटाने और लोगों की सेवा करने में निहित है। इस अवसर पर राज्य सभा के महासचिव पी सी मोदी, सीबीडीटी के अध्यक्ष नितिन गुप्ता, भारतीय राजस्व सेवा के 75वें बैच के अधिकारी प्रशिक्षु और एनएडीटी के संकाय सदस्य उपस्थित थे।
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