अम्बिकापुर , 05 दिसम्बर । कमिश्नर अलंग ने सोमवार को रामवनगमन परिपथ में चिन्हांकित स्थल रामगढ़ का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने रामगढ़ की पहाड़ी पर स्थित ऐतिहासिक और पुरातात्विक स्थल सीताबेंगरा और जोगीमारा गुफा का भी अवलोकन किया। डॉ अलंग ने ब्राह्मी लिपि में उत्कीर्ण शिलालेखों को देखा। प्राचीन मान्यता अनुसार रामगढ़ में मौर्य काल की ब्राह्मी लिपि में शिलालेख जोगीमारा गुफा में खोजे गए हैं और गुप्त काल की ब्राह्मी लिपि में शिलालेख सीताबेंगरा गुफा में मिले हैं। उन्होंने ग्राम सरपंच से रामगढ़ की गुफा के बारे में संक्षिप्त जानकारी प्राप्त की।
उन्होंने इतिहास में वर्णित रामगढ़ पहाड़ी के विभिन्न किवदंतियों के संबंध में चर्चा की। डॉ. अलंग ने कहा कि प्राचीन मान्यता के अनुसार यहां पर विश्व की प्राचीनतम गुफा नाट्य शाला स्थित है। रामगढ़ भगवान राम व महाकवि कालिदास से संबंधित होने के कारण शोध का केन्द्र बना हुआ है। पर्यटकों के आने के कारण रामवनगमन परिपथ के कार्यों में तेजी लाने के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया। रामगढ़ के पश्चात उन्होंने पुरातात्विक स्थल देवगढ़ का भी अवलोकन किया। निरीक्षण के दौरान एसडीएम शिवानी जायसवाल, रामवनगमन प्रभारी डॉ मोहन साहू, तहसीलदार मनीष सूर्यवंशी, जनपद सीईओ पारस पैकरा तथा वन विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।
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