Som Pradosh Vrat 2022: मार्गशीर्ष मास अब अपने अतिम चरणों में है। ऐसे में इस मास में पूजा-पाठ महत्व और बढ़ जाता है। बता दें कि प्रत्येक मास की त्रयोदशी तिथि के दिन भगवान शिव को समर्पित प्रदोष व्रत रखा जाता है। वर्ष 2022 में मार्गशीर्ष मास का अंतिम प्रदोष व्रत कल यानि 5 दिसंबर के दिन रखा जाएगा। बता दें कि सोमवार के दिन पड़ने वाले व्रत को सोम प्रदोष व्रत के रूप में जाना जाता है। मान्यता है कि प्रदोष व्रत के दिन भगवान शिव की विशेष पूजा करने से सभी कष्ट दूर हो जाते हैं और भक्तों को सुख-समृद्धि का आशीर्वाद प्राप्त होता है। इसके साथ ज्योतिष शास्त्र में प्रदोष व्रत के सन्दर्भ में कुछ ऐसे उपाय बताए गए हैं, जिनका पालन करने से भक्तों को विशेष लाभ मिलता है और उनकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती है।
सोम प्रदोष के दिन करें ये उपाय –
- ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सोम प्रदोष के दिन महादेव को दही और शहद मिश्रित भोग अर्पित करें। माना जाता है कि ऐसा करने से पारिवारिक जीवन में आ रहे क्लेश दूर हो जाते हैं और गृहस्थ जीवन में शांति और प्रेम का वरदान प्राप्त होता है।
- शास्त्रों में यह भी बताया गया है कि शत्रुओं पर विजय प्राप्त करने के लिए शिव जी को गंगाजल से साफ किया गया शमी पत्र अर्पित करना चाहिए। साथ ही वहां बैठकर ‘ॐ नमः शिवाय’ का जाप करें। इस उपाय को व्यक्ति को बहुत लाभ मिलता है।
- परिवार में अगर समय-समय पर समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं, तब सोम प्रदोष व्रत के दिन संध्या के समय शिव मन्दिर में दो दीप प्रज्वलित करना चाहिए। यह दीपक घी का हो और तेल का। प्रदोष व्रत के दिन यह उपाय करने से सभी व्यवधान समाप्त हो जाएंगे और भक्तों को जल्द राहत मिलेगा।
- शास्त्रों में स्वास्थ्य के सन्दर्भ में भी कुछ उपाय बताए गए हैं जिन्हें करने से व्यक्ति को लाभ मिलता है। शिव पुराण में बताया गया है कि प्रदोष व्रत के दिन शिव मंदिर में नारियल दान करें। साथ ही महादेब से अपने अच्छे स्वास्थ्य की प्रार्थना करें।
- व्यापार अथवा नौकरी में तरक्की प्राप्त करने के लिए भी शिव पुराण में एक उपाय बताया गया है। शिव महापुराण के अनुसार प्रदोष व्रत के दिन शाम के समय फुल वाली रंगोली बनाएं और बीच में घी का दीपक जलाएं। इसके बाद शिव जी का ध्यान करें। ऐसा करने से व्यक्ति को बहुत लाभ मिलता है।
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