कोरबा,05 दिसम्बर | क्या किसी ने सोचा था कि पूजा-पाठ और हवन के दौरान निकलने वाला धुआं, जो अक्सर हमारी आंखों को रुलाता है, वह भी हमारे काम का हो सकता है। जिले के कुछ होनहार विद्यार्थियों ने कुछ ऐसी ही जुगत ढूंढ़ निकाली है, जिनका नवाचार विज्ञान विशेषज्ञों को भा गया। कोरबा की हवा से निकली धुएं की इस महक ने राज्य स्तर पर धमाल मचाया और अब यह प्रोजेक्ट राष्टÑीय बाल विज्ञान कांग्रेस में प्रस्तुत किए जाने के लिए चुना गया है। पूजा के धुएं से निकले पेंट के साथ कुल तीन प्रोजेक्ट नेशनल स्पर्धा में कोरबा व छत्तीसगढ़ का प्रतिनिधित्व करने के लिए शामिल किए गए हैं।
राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस अंतर्गत इस कड़ी के सीनियर वर्ग में कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय कोरबा की छात्राएं नंदिता एवं नेहा के प्रोजेक्ट पूजा के दीपक के धुआं युक्त कार्बन से पेंट बनाना शामिल है, जो अब नेशनल में प्रतिनिधित्व करेंगी। राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस का मुख्य उद्देश बच्चों के लिए उनके दिमाग और शब्द दोनों को प्रेरित, सशक्त और विस्तारित करने के लिए एक आदर्श और अभिनव कार्यक्रम है। राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस बच्चों की जिज्ञासा को जगाती है, उनकी रचनात्मकता को प्रकट करती है और उनकी कल्पना को सफलता का अवसर प्रदान करती है। जिला समन्वयक डॉ फरहाना अली ने बताया कि राज्य स्तरीय बाल विज्ञान कांग्रेस का आयोजन छत्तीसगढ़ विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद के तत्वावधान में सीकास्ट के महानिदेशक डॉ एस कर्मकार एवं पंडित रविशंकर विश्व विद्यालय के कुलपति प्रो केएल वर्मा के मुख्य आतिथ्य में रविशंकर विश्वविद्यालय रायपुर में शनिवार को आॅनलाइन मोड में किया गया। 26 जिलों के 130 बाल वैज्ञानिकों द्वारा प्रोजेक्ट का प्रस्तुतिकरण इस प्रतियोगिता में किया गया। जिनमें से 16 प्रोजेक्ट का चयन राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता के लिए किया गया है। इनमें कोरबा जिले के तीन बाल वैज्ञानिकों का चयन राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता के लिए हुआ है। जिला शिक्षा अधिकारी जीपी भारद्वाज डीएमसी डॉ संजय सिंह, जिला शैक्षिक समन्वय कामता प्रसाद जायसवाल के मार्गदर्शन में इन बाल वैज्ञानिकों ने विशिष्ट उपलाब्धि प्राप्त की है। सभी अधिकारियों ने चयनित बाल वैज्ञानिकों को अपनी शुभकामनाएं देते हुए भविष्य में उनकी सफलता की कामना की हैं।
पोषण एवं स्वास्थ के लिए हिरवा की खेती
शासकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय पोड़ी-लाफा के विद्यार्थियों प्रियांशु पटेल एवं मुस्कान साहू का प्रोजेक्ट पोषण एवं स्वास्थ के लिए हिरवा की खेती का भी चयन किया गया है। जूनियर वर्ग में किरण और नंदिता राठिया के प्रोजेक्ट हर्बल अगरबत्ती कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय कोरबा की छात्राओं ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। मार्गदर्शक शिक्षक निशा पाटिल सोनारे एवम् लखनलाल धीवर के मार्गदर्शन में इन विद्यार्थियों ने अपना प्रोजेक्ट प्रस्तुत किया। अब सभी विद्यार्थी 27 से 31 जनवरी को अहमदाबाद गुजरात में होने वाले राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में अपना प्रस्तुतिकरण देंगी। जूनियर वर्ग में प्रथम स्थान प्राप्त हर्षिता राठिया इंडियन साइंस कांग्रेस के राष्ट्रीय अधिवेशन में तीन से सात जनवरी को नागपुर में अपना प्रस्तुतिकरण देंगी।
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