कोरबा 4 दिसम्बर । प्रदेश के राजस्व एवं आपदा प्रबंधन मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने कोरबा निवास पर वरिष्ठ अधिवक्ता विजय कुमार दुबे लिखित राजस्व पुस्तक परिपत्र ग्रंथ का लोकार्पण किया। लगभग 1100 पृष्ठों के इस ग्रंथ में छत्तीसगढ़ राज्य बनने के बाद लोक हित में भू-राजस्व संहिता में अनेकों संशोधन किए गए हैं। संशोधनों के प्रवर्तन के लिए राज्य सरकार द्वारा शासकीय परिपत्रों के माध्यम से जो दिशा निर्देश जारी किए गए हैं, उन सभी का समावेश इस ग्रंथ में किया गया है।
राजस्व पुस्तक परिपत्र ग्रंथ के लोकार्पण अवसर पर विमोचन करते हुए राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने कहा कि इस ग्रंथ में राजस्व संबंधी सभी संदर्भों का समावेश होने से राजस्व प्रकरणों के संबंध में यह ग्रंथ मार्गदर्शक की भूमिका अदा करते हुए बहुत उपयोगी सिद्ध होगा, इसमें संदेह नहीं। राजस्व मंत्री ने उम्मीद जताया है कि इस ग्रंथ से राजस्व न्यायालयों, और विधि व्यवसायियों को बहुत सहायता मिलेगी। अथक परिश्रम से तैयार किए गए इस ग्रंथ के लिए राजस्व मंत्री ने ग्रंथ के लेखक वरिष्ठ अधिवक्ता विजय कुमार दुबे व प्रस्तक प्रकाशन में सहयोगकर्ता अधिवक्ता अभिषेक दुबे को बधाईयां देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दिया।
राजस्व पुस्तक परिपत्र ग्रंथ के लेखक विजय कुमार दुबे ने बताया कि ग्रंथ में राजस्व संबंधी मामलों के संदर्भ में छत्तीसगढ़ शासन द्वारा जारी किए गए अद्यतन परिपत्रों तक को समाहित किया गया है। उन्होंने विश्वास व्यक्त करते हुए कहा कि यह ग्रंथ राजस्व संबंधी प्रकरणों के निपटान में एक संदर्भ पुस्तक के रूप में सर्व संबंधित के लिए बहुत उपयोगी साबित होगा। विद्वान अधिवक्ता श्री दुबे ने बताया कि उनके द्वारा लिखित अनेक पुस्तकों जैसे व्यवहार वाद के प्रारूप, परिसीमा अधिनियम, म.प्र. क्रिमिनल डाइजेस्ट, छत्तीसगढ़ आबकारी विधि संग्रह, छत्तीसगढ़ नजूल भूमि एवं छत्तीसगढ़ भू-राजस्व संहिता आदि में से यह चौथी पुस्तक है जिसका विमोचन राजस्व मंत्री द्वारा किया गया है।
इससे पूर्व तीन अन्य पुस्तकों का विमोचन विगत वर्षों में राजस्व मंत्री द्वारा किया गया है। बहु आयामी प्रतिभा के धनी विद्वान अधिवक्ता विजय कुमार दुबे को छत्तीसगढ़ शासन द्वारा वर्ष 2007 में विधि के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए बैरिस्टर ठा. छेदीलाल सम्मान प्रदान किया गया था। पुस्तक विमोचन के अवसर पर कोरबा नगर पालिक निगम के सभापति श्यामसुंदर सोनी, ग्रामीण अंचल के वरिष्ठ कांग्रेसी मदन राठौर, अधिवक्ता शिवनारायण सोनी एवं अधिवक्ता नूतन राजवाड़े उपस्थित रहे।
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