धमतरी, 4 दिसंबर। मनरेगा योजना अंतर्गत धमतरी जिले को इस साल 48 लाख मानव दिवस का लक्ष्य मिला था, जिसमें से 20 लाख मानव दिवस पूर्ण हो चुका है। अब 28 लाख मानव दिवस शेष है। इसे पूर्ण करने के लिए विभाग के पास अभी करीब चार माह शेष है। वर्तमान में पंजीकृत मजदूर व किसान खरीफ खेती-किसानी में व्यस्त है, ऐसे में मनरेगा कार्य में सिर्फ आठ हजार मजदूर कार्यरत है। खेती-किसानी खत्म होने के बाद जनवरी माह में मनरेगा कार्याें में तेजी आने की संभावना है।
मनरेगा अधिकारी-कर्मचारियों ने अपनी मांगों को लेकर मनरेगा कार्य के मुख्य समय पर लंबे समय तक आंदोलन किया था, ऐसे में मनरेगा कार्य पूरी तरह से प्रभावित रहा। मजदूरों को संतोषजनक काम नहीं मिल पाया, जबकि शासन ने धमतरी जिला को 48 लाख मानव दिवस का लक्ष्य दिया हुआ था। हड़ताल व काम के नहीं चलने से मनरेगा योजना के मुख्य सीजन में सिर्फ 20 लाख मानव दिवस का कार्य पूर्ण हुआ, जबकि मिले लक्ष्य के अभी भी 28 लाख मानव दिवस शेष है, इसे पूरा करने के लिए जिला मनरेगा विभाग के पास अब सिर्फ चार माह शेष है, क्योंकि अपै्रल माह से शासन से विभाग को नया लक्ष्य मिल जाएगा। फिलहाल मनरेगा योजना के तहत जिले के विभिन्न गांवों में कार्य जारी है, जिसमें करीब सात से आठ हजार मनरेगा मजदूरों को कार्य मिल रहा है।धमतरी जिले में दो लाख 43 हजार मनरेगा मजदूर पंजीकृत है, इसमें से करीब कार्य करने वाले सवा लाख से अधिक पंजीकृत मनरेगा मजदूर सकि्रय है, जो मनरेगा योजना के विभिन्न कार्याें में काम करते हैं। इनमें से अधिकांश मजूदर इन दिनों खरीफ खेती-किसानी के कटाई-मिंजाई समेत अन्य कार्याें में जुटे हुए है, जो दिसंबर माह तक कार्य करेंगे। इसके बाद मड़ई-मेला में व्यस्त हो जाएंगे, ऐसे में जिले के मनरेगा मजदूर जनवरी माह में खाली होंगे और मनरेगा कार्य करेंगे। इसे देखते हुए जनवरी माह में ही मनरेगा योजना के कार्याें में तेजी आने की संभावना है। जिला पंचायत कार्यालय के मनरेगा शाखा के एपीओ धरम सिंह ने बताया कि दिसंबर माह के अंतिम सप्ताह व जनवरी माह में मनरेगा योजना के कार्याें में तेजी आएगी। इसके लिए विभाग की तैयारी भी जारी है। सरपंचों से संपर्क कर कार्याें की जानकारी दी जा रही है। 28 लाख मानव दिवस निर्धारित समय तक पूर्ण कर लिया जाएगा।
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