प्रयागराज, 01 दिसम्बर । डिजिटल युग में अब हर चीज डिजिटल हो गई है, यहां तक कि बक्शीश भी। ऐसा ही एक मामला यूपी के इलाहाबाद हाईकोर्ट का है, जहां न्यायाधीश का अर्दली (जमादार) क्यूआर कोड के जरिए वकीलों से बख्शीश लेता था। अर्दली की यह करतूत सोशल मीडिया में वायरल होने के बाद फिलहाल उसे निलंबित कर दिया गया है।
दरअसल इलाहाबाद हाईकोर्ट जज के अर्दली राजेन्द्र कुमार कमर में पेटीएम का क्यूआर कोड स्कैनर लगाकर वकीलों से ऑनलाइन बख्शीश लेता था। अर्दली की यह करतूत सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल होने के बाद चीफ जस्टिस ने इसे गंभीरता से लिया और रजिस्ट्रार को कार्रवाई के लिए निर्देश दिया। जिस पर हाईकोर्ट के महानिबंधक आशीष गर्ग निलंबन आदेश दिया है। मुख्य न्यायाधीश जस्टिस राजेश बिंदल के आदेश पर राजेन्द्र कुमार निलंबित कर दिया गया। निलंबन अवधि के दौरान राजेंद्र कुमार नजारत सेक्शन से संबद्ध रहेगा ।
कोर्ट की अनुमति के बिना अपना स्टेशन भी नहीं छोड़ सकेगा ।इस दौरान उसे निलंबन भत्तों का भुगतान होता रहेगा। आरोप है कि वह कोर्ट कैंपस में अपनी वर्दी पर पेटीएम का वैलेट लगाकर घूमता था।फुटकर न होने की दशा में उसी पर वकीलों से बख्शीश मांगता था। पेटीएम वॉलेट के जरिए वकीलों से ऑनलाइन टिप लेता था ।
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