जिले में 10 दिसंबर से पांच दिवसीय पैरादान महोत्सव का कराएं आयोजन – कलेक्टर

जांजगीर-चांपा 29 नवंबर | कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा ने आज कलेक्टोरेट सभाकक्ष में सभी विभाग प्रमुखों की उपस्थिति में सप्ताहिक समय सीमा की बैठक ली। बैठक में कलेक्टर ने विभागवार समय सीमा के लंबित प्रकरणों की जानकारी ली तथा उनका तेजी से निराकरण करने के निर्देश दिए। उन्होंने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा जिले में किए गए भेंट मुलाकात अभियान के दौरान प्राप्त आवेदनों की विभागवार लंबित और निराकृत स्थिति की समीक्षा करते हुए लंबित आवेदनों का एक सप्ताह के भीतर निराकरण करने के निर्देश अधिकारियों को दिए। बैठक में कलेक्टर ने किसानों को पैरादान के लिए ज्यादा से ज्यादा प्रोत्साहित करते हुए जिले में 10 दिसंबर से पांच दिवसीय पैरादान महोत्सव का आयोजन कराए जाने के निर्देश दिए। जिससे गौठानों में गायों के लिए ज्यादा से ज्यादा पैरा संग्रहित किया जा सकें। बैठक में पंचायत विभाग के अधिकारियों द्वारा बताया गया कि जिले में रामायण मंडली मानस गायन प्रतियोगिता के लिए पूरे प्रदेश में सर्वाधिक 900 मंडलियों ने पंजीयन कराया है। जिसके कारण जिले में 25 नवंबर से ग्राम पंचायत स्तर पर चल रहे मानस मंडली गायन प्रतियोगिता में रोमांच व उत्साह का माहौल है। बैठक में जिला खेल अधिकारी द्वारा बताया गया कि जिले में 2 और 3 दिसंबर को जिला स्तरीय युवा महोत्सव का आयोजन कराया जाएगा। बैठक में कलेक्टर ने राजस्व अधिकारियों को जिले के किसानों द्वारा अपने सारे धान बेच लेने पर उनकी सहमति से रकबा समर्पण भी कराए जाने के निर्देश दिए है।


कलेक्टर श्री सिन्हा ने समय-सीमा की बैठक में जिले में मुख्यमंत्री सुपोषण योजना के अंतर्गत कुपोषित बच्चों और एनीमिक महिलाओं के लिए किए जा रहे कार्यों की जानकारी ली। उन्होंने कुपोषित बच्चों के गंभीर से मध्यम और मध्यम से सामान्य वर्ग में आने वाले बच्चों की संख्यात्मक जानकारी ली। कलेक्टर ने सभी कुपोषित बच्चों और एनीमिक महिलाओं का नियमित स्वास्थ्य जांच कराने के निर्देश दिए। उन्होंने जिले में धान खरीदी कार्यों का बारीकी से निरीक्षण करते हुए नोडल अधिकारियों और राजस्व अधिकारियों को किसी भी प्रकार की गड़बड़ी या लापरवाही पाए जाने पर त्वरित कार्रवाई करने के निर्देश दिए। जिससे जिले के किसानों को ज्यादा से ज्यादा लाभान्वित किया जा सके। कलेक्टर ने जिले में स्कूली विद्यार्थियों के जाति प्रमाण पत्र जारी करने, जल जीवन मिशन के कार्याें को गुणवत्तापूर्ण करने, हाट बाजार क्लिनिक योजना, स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम विद्यालय, जिले के स्वास्थ्य व्यवस्था को बेहतर बनाने, छत्तीसगढ़िया ओलम्पिक के जिला स्तर पर चयनित खिलाड़ियों की जानकारी, धन्वंतरी योजना, सीमार्ट, राजीव युवा मितान क्लब, हमर लैब, जिले के सभी खेल मैदानों का जीयोटैगिंग, राजीव गांधी ग्रामीण कृषि भूमिहीन मजदूर न्याय योजना, नरवा की स्थिति, विभिन्न निर्माण कार्याें, खाद्यान्न वितरण आदि के बारें में संबंधित अधिकारियों से विस्तार से जानकारी ली तथा आवश्यक निर्देश दिए। बैठक में वनमंडलाधिकारी सौरभ सिंह ठाकुर, अपर कलेक्टर एस. पी. वैद्य, जिला पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ ज्योति पटेल सहित विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।

शासन द्वारा निर्धारित समय पर कार्यालयों में उपस्थित रहें अधिकारी-कर्मचारी – कलेक्टर

कलेक्टर ने आमजनता को विभिन्न शासकीय योजनाओं और विभागीय कार्याें से बेहतर ढंग से लाभान्वित कराने के लिए समय सीमा की बैठक में उपस्थित सभी विभागों के विभागप्रमुखों को अपने अधीनस्थ अधिकारी-कर्मचारियों सहित शासन द्वारा निर्धारित कार्यालयीन समय में सुबह 10 बजे उपस्थिति दर्ज कराने और शाम को 5.30 बजे से पहले कार्यालय नहीं छोड़ने के निर्देश दिए। उन्होने शासन द्वारा निर्धारित समय पर कार्यालयों में अनुपस्थिति पाए जाने पर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।

गोधन न्याय योजना की हुई समीक्षा

कलेक्टर श्री सिन्हा ने समय सीमा की बैठक के पश्चात गोधन न्याय योजना के कार्याें की समीक्षा करते हुए योजना के बेहतर क्रियान्वयन के लिए संबंधित अधिकारियों को गौठानवार नियमित मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिए। उन्होंने पशुपालकों का शतप्रतिशत ऑनलाईन एण्ट्री कराने, नियमित गोबर खरीदी करने, खाद बिक्री, खाद की पैकिंग, गौमूत्र खरीदी, गौमूत्र से ब्रम्हास्त्र और जीवामृत उत्पाद तैयार किए जाने की अद्यतन स्थिति की जानकारी लेते हुए आगामी खरीफ सीजन के लिए भी खाद तैयार कर संग्रहित रखने कहा। जिससे किसानों को उनकी आवश्यकताओं के अनुरूप खाद उपलब्ध कराया जा सके। कलेक्टर ने बैठक में उपस्थित सभी संबंधित अधिकारियों को नियमित गोबर खरीदी करते हुए वर्मी खाद बनाने की प्रक्रिया तेज करने, मल्टिएक्टीविटी को विस्तारित करने, बाड़ी लगाये जाने तथा वर्मी कम्पोस्ट विक्रय के बाद लाभांश राशि का भुगतान सुनिश्चित किए जाने के निर्देश दिए। बैठक में उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की मंशानुरूप गोठानों को स्वावलंबी बनाते हुए गोबर की खरीदी नियमित रूप से गोठान समिति के द्वारा सुनिश्चित की जाए। बाड़ी विकास, मछलीपालन, मुर्गीपालन के अलावा गोठान में समूह की महिलाओं को अधिक से अधिक जोड़ते हुए स्वरोजगार से जोड़ा जाए और समूह द्वारा की जा रही आजीविका गतिविधियों की निर्धारित समय में ऑनलाइन एंट्री की जाए।

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