भारत और फ्रांस ने परस्‍पर सैन्य सहयोग की समीक्षा की और समुद्री सहयोग को मजबूत करने पर चर्चा की

नई दिल्ली , 29 नवंबर। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह फ्रांस के रक्षा मंत्री सेबेस्टियन लेकोर्नू के साथ नई दिल्ली में चौथी भारत-फ्रांस वार्षिक रक्षा वार्ता में शामिल हुए। रक्षा मंत्रालय के ओर से जारी बयान में कहा गया है कि वार्ता सौहार्दपूर्ण माहौल में हुई। इसमें द्विपक्षीय, क्षेत्रीय, रक्षा और रक्षा उद्योग के क्षेत्र में सहयोग सहित विस्तृत विषयों पर चर्चा की गई। दोनों मंत्रियों ने हाल के वर्षों में सैन्य स्तर पर बढ़ते सहयोग की समीक्षा की। उन्होंने समुद्री क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने की संभावनाओं और संयुक्त सैन्य अभ्यास की जटिलताओं को दूर करने के उपायों पर भी विचार-विमर्श किया। उन्होंने हाल ही में वायु सेना के जोधपुर बेस पर भारत और फ्रांस के बीच आयोजित संयुक्त वायु सैनिक अभ्यास-गरूड की सफलता पर संतोष व्यक्त किया।

द्विपक्षीय वार्ता में भविष्‍य में मेक इन इंडिया के तहत रक्षा उद्योग के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने पर भी चर्चा की गई। दोनों मंत्री इस बात पर सहमत हुए कि इस पर अगले वर्ष भारत और फ्रांस के तकनीकि समूह बातचीत को आगे बढ़ाएगें। भारत और फ्रांस हिंद-प्रशांत क्षेत्र को केंद्र में रखकर सामरिक और रक्षा से जुड़े कई मुददों पर साथ आने के अलावा  द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और बहुस्तरीय सहयोग बढ़ाने पर भी सहमत हुए।

भारत की यात्रा पर आए फ्रांस के रक्षा मंत्री नौसेना के दक्षिणी कमान मुख्यालय में स्वदेशी तकनीक से निर्मित पहले विमान वाहक पोत आईएनएस-विक्रांत को देखने गए। रक्षा के क्षेत्र में फ्रांस भारत का एक सबसे विश्वसनीय सहयोगी है। दोनों देश 2023 में रक्षा सहयोग की 25वीं वर्षगांठ मनाने जा रहे है। इस बीच, विदेश मंत्री डॉक्‍टर सुब्रह्मण्‍यम जयशंकर ने नई दिल्ली में फ्रांस के रक्षा मंत्री सेबेस्टियन लेकोर्नु से मुलाकात की। एक ट्वीट में डॉक्‍टर जयशंकर ने कहा कि उनके बीच समसामयिक सामरिक विकास के बारे में व्यापक चर्चा हुई।

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